शनिवार को सॉल्टलेक स्टेडियम यानी युवा भारती में हुई अव्यवस्था के निशान अभी भी वहां मौजूद है। हर तरफ फटे हुए बैनर, पोस्टर से लेकर फटे टिकट और टूटी कुर्सियां भरी पड़ी हैं। जिधर देखों-उधर ही तांडव के निशान मौजूद हैं। 'मेसी कांड' के अगले दिन रविवार को युवा भारती क्रीड़ांगन का जायजा लेने रिटायर्ड जज असीम कुमार राय पहुंचे।
स्टेडियम का जायजा लेकर बाहर निकलते समय उन्होंने संवाददाताओं से हुई बातचीत में कहा, 'मीडिया ट्रायल मत कीजिए। घोड़ा के सामने बग्घी लगाने का कोई मतलब नहीं बनता है।'
बता दें, मेसी के G.O.A.T. इंडिया टूर की शुरुआत ही कोलकाता से हुई। युवा भारती में मेसी के कार्यक्रम के दौरान काफी अव्यवस्था देखी गयी। अपने पसंदीदा फुटबॉल खिलाड़ी लियोनेल मेसी को एक बार देखने भर के लिए बड़ी संख्या में फैंस की भीड़ वहां पहुंची थी लेकिन 'सेलीब्रिटी' की भीड़ ने मेसी को ऐसा घेरा कि आम जनता को वह नजर ही नहीं आएं।
कुछ देर बाद ही मेसी वहां से निकल गए। इसके बाद ही मामला और बिगड़ गया। पहले तो दर्शकों ने गैलरी से पानी की बोतलें फेंकनी शुरू कर दी। बाद में तोड़फोड़ व आगजनी की घटना भी हुई। कुछ लोगों को तो वहां से कार्पेट और फूलों के गमले तक ले जाते हुए देखा गया।
घटना के अगले दिन मैदान का जायजा लेने पहुंचे रिटायर्ड जज असीम कुमार राय। वह गैलरी में भी गए। स्टेडियम से बाहर निकलते समय उन्होंने कहा, 'जब खेल देखने जाता हूं, तब पर्यवेक्षण करता हूं। लेकिन अभी परिदर्शन करने आया है। परिस्थिति को देखा लेकिन अभी अपना मत देना ठीक नहीं होगा।'
हालांकि उन्होंने यह कहा कि जांच शुरू हो चुकी है। रात को ही हमने इस बारे में बातचीत की। रोडमैप तैयार कर लिया गया है। अब परिस्थिति की जांच की। घटना के बाद से ही क्षतिपूर्ति को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है। हालांकि उन्होंने इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने कहा कि क्षतिपूर्ति दी जा सकती है अथवा नहीं और अगर दी जा सकती है तो कैसे, इस बारे में जांच की जा रही है। अभी कुछ नहीं कहूंगा।
मेसी की उपस्थिति में ही परिस्थिति क्यों हाथ से बाहर निकल गयी? दर्शक क्यों भड़क उठे? इनका कोई जवाब तो अभी तक नहीं मिल सका है लेकिन पुलिस से जांच कमेटी ने इस बाबत रिपोर्ट मांगी है। राय ने बताया कि हमने इस बारे में जल्द से जल्द रिपोर्ट देने के लिए कहा है। जांच कमेटी को लेकर भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने सवाल उठाया है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार ने अपनी पसंद के लोगों को लेकर जांच कमेटी का गठन किया है। इस बारे में असीम कुमार राय ने कोई बयान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न घटे, हम इस तरफ ध्यान देंगे। जरूरत होने पर सरकार को सलाह दी जाएगी।
बता दें, रविवार को रिटायर्ड जज असीम कुमार राय के साथ स्टेडियम का जायजा लेने मुख्य सचिव मनोज पंथ, गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती, क्रीड़ा सचिव राजेश सिन्हा, विधाननगर के पुलिस कमिश्नर मुकेश व डेप्यूटी पुलिस कमिश्नर अनिल सरकार आदि भी गए थे। बताया जाता है कि वीडियोग्राफी भी की गयी है।