नियुक्ति धांधली को लेकर राज्य की राजनीति का पारा जब ऊपर चढ़ता जा रहा है, ऐसे समय में मानो रथ का पहिया उल्टा ही घूम गया है। अब विरोधी पार्टी (भाजपा) के नेता शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ रुपए लेकर नौकरी देने का आरोप लगाया गया है। यह आरोप लगाया है पूर्व मिदनापुर के प्रभावशाली भाजपा कर्मी व आरएसएस सदस्य अनिमेश गिरी ने। तृणमूल कांग्रेस ने एक वायरल पत्र (जिसकी सत्यता की जांच समाचार एई समय ने नहीं की है) का हवाला देकर यह दावा किया है।
तृणमूल का दावा है कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को लिखे एक पत्र में अनिमेश गिरी ने कहा है कि रेलवे, प्राथमिक विद्यालय और सांसद कोटा से नौकरी दिलवाने का आश्वासन देकर शुभेंदु अधिकारी ने उनसे करीब 2 करोड़ 50 लाख रुपए लिए हैं। काम तो नहीं बना, बल्कि पिछले लंबे समय से उन्हें बस घुमाया ही जा रहा है। गिरी का कहना है कि कुछ रुपए भले ही वापस मिले हैं लेकिन अभी भी नंदीग्राम के भाजपा विधायक ने 2 करोड़ 10 लाख रुपए उन्हें वापस नहीं किया है।
तृणमूल कांग्रेस का आरोप है कि यह भाजपा का 'बंगाल विरोधी' मॉडल का असली चेहरा है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि रुपए वापस मांगने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। उनका पूरा परिवार डर के माहौल में जीने के लिए मजबूर है। तृणमूल कांग्रेस ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि जो अपनी पार्टी कार्यकर्ता के साथ ऐसा विश्वासघात कर सकते हैं वह आम लोगों के साथ क्या करेंगे?
इस आरोप के सामने आने के बाद से भाजपा शिविर में भी परेशानी स्पष्ट दिखाई दे रही है। हालांकि भाजपा नेता ने इस बारे में कोई बयान नहीं दिया है लेकिन इससे पहले तृणमूल ने जितनी बार उन पर इस तरह के आरोप लगाए हैं हर बार उन्होंने उसे खारिज किया है।