नई दिल्ली : पाकिस्तानी हैंडलर आतंकी साजिद जट्ट का नाम छह अन्य के साथ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की उस चार्जशीट में शामिल किया गया है, जो सोमवार को पहलगाम आतंकी हमले के संबंध में दाखिल की गई। इन छह अन्य में प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और उसका प्रॉक्सी संगठन द रेज़िस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) भी शामिल हैं।
चार्जशीट में एलईटी और टीआरएफ के नाम कानूनी इकाइयों के रूप में दर्ज हैं, जिन्होंने 22 अप्रैल को हुए उस हमले की योजना बनाने, उसे सुगम बनाने और अंजाम देने में भूमिका निभाई, जिसमें धर्म-आधारित लक्षित हत्याओं के तहत 26 लोगों की जान गई।
1,597 पृष्ठों की इस चार्जशीट में पाकिस्तान की साज़िश, अभियुक्तों की भूमिकाओं और मामले से जुड़े सहायक साक्ष्यों का विस्तृत विवरण दिया गया है। जम्मू स्थित एनआईए की विशेष अदालत में दाखिल इस चार्जशीट में उन तीन पाकिस्तानी आतंकियों के नाम भी शामिल हैं, जिन्हें जुलाई 2025 में श्रीनगर के दाचीगाम क्षेत्र में ऑपरेशन महादेव के दौरान भारतीय सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। यह कार्रवाई घातक आतंकी हमले के कुछ सप्ताह बाद की गई थी। इन तीनों की पहचान फैसल जट्ट उर्फ़ सुलेमान शाह, हबीब ताहिर उर्फ़ जिब्रान और हमज़ा अफ़ग़ानी के रूप में हुई है।
एनआईए के अनुसार, एलईटी, टीआरएफ तथा उपर्युक्त चारों आतंकियों पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023, शस्त्र अधिनियम, 1959 और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की प्रासंगिक धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं। चार्जशीट में एनआईए ने भारत के विरुद्ध युद्ध छेड़ने से संबंधित दंडात्मक धाराओं को भी अभियुक्तों पर लागू किया है। एनआईए ने बताया कि लगभग पिछले आठ महीनों से चली आ रही एक सूक्ष्म और वैज्ञानिक जांच के माध्यम से उसने इस मामले की साज़िश को पाकिस्तान तक ट्रेस किया है, जो भारत के विरुद्ध लगातार आतंकवाद को प्रायोजित करता रहा है। एनआईए द्वारा 22 जून को आतंकियों को पनाह देने के आरोप में गिरफ्तार किए गए दो अभियुक्तों- परवेज़ अहमद और बशीर अहमद जोथर को भी चार्जशीट में शामिल किया गया है। पूछताछ के दौरान, दोनों ने हमले में शामिल तीन सशस्त्र आतंकियों की पहचान उजागर की थी और यह भी पुष्टि की थी कि वे प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े पाकिस्तानी नागरिक थे। पहलगाम हमले में पाक-प्रायोजित आतंकियों द्वारा किए गए लक्षित हमलों में 25 पर्यटकों और एक स्थानीय नागरिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।