ह्यूस्टन : दिवाली को यूनेस्को की मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल किया गया। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार इस उपलक्ष्य में ह्यूस्टन स्थित भारतीय मिशन में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। पिछले सप्ताह हुए इस कार्यक्रम में दीप प्रज्वलन, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और लाइट शो शामिल थे। इसमें भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्य और कई निर्वाचित प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
ह्यूस्टन में भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर और अन्य इंडो-अमेरिकी संगठनों के सहयोग से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भारत के महावाणिज्य दूत डी. सी. मंजुनाथ ने कहा कि यह वैश्विक मान्यता पूरी दुनिया में भारतीय समुदाय के लिए गर्व की बात है और दिवाली का संदेश प्रकाश, सौहार्द और सद्भाव का प्रतीक है। इस सांस्कृतिक उपलब्धि को चिह्नित करने के लिए भारतीय महावाणिज्य दूतावास को भी दीयों से सजाया गया।
यूनेस्को ने 10 दिसंबर को दिवाली को वर्ष 2025 के लिए अपनी प्रतिनिधि अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल किया। यह पर्व अंधकार पर प्रकाश तथा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले में आयोजित यूनेस्को समिति की बैठक में लगभग 80 देशों के 67 प्रस्तावों पर विचार किया गया था। भारत सहित दुनिया भर के भारतीय दूतावासों जैसे लेबनान और चिली में भी इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए।