इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बॉन्डी बीच पर यहूदियों पर हुए आतंकवादी हमले को लेकर ऑस्ट्रेलियाई सरकार की आलोचना की है। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज को भी आड़े हाथों लिया है। नेतन्याहू ने एंथनी अल्बानीज को सीधे तौर पर एक कमजोर प्रधानमंत्री करार दिया है। उन्होंने कहा कि आपने यहूदियों को धोखा दिया है। कुटनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि इससे पहले ऐसा हमला कभी नहीं हुआ।
बता दें, रविवार की दोपहर को ऑस्ट्रेलिया के मशहूर बॉन्डी बीच पर यहूदियों के हनुक्का फेस्टिवल के दौरान दो बंदूकधारियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर की। मिली जानकारी के अनुसार इस हमले में 12 लोगों की मौत हो गई और 29 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस की जवाबी फायरिंग में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने गंभीर रूप से घायल एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज पहले ही यहूदियों के साथ खड़े होने का भरोसा दिलाया है और कहा है कि ये हत्याएं एक आतंकवादी हमला हैं।
कमजोर प्रधानमंत्री के तौर पर याद रखे जाएंगे
जब ऑस्ट्रेलिया में हमला हुआ, तब नेतन्याहू इजराइली शहर डिमोना में एक सरकारी कार्यक्रम में मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान ही उन्होंने कहा कि इतिहास एंथनी अल्बानीज को एक कमजोर प्रधानमंत्री के तौर पर याद रखेगा। आपने यहूदियों को धोखा दिया। याद रखें यहूदियों से नफरत कैंसर की तरह है। जब नेता सब कुछ देखते हुए भी चुप रहते हैं तब नफरत फैलने लगती है। अल्बानीज को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि चुप मत रहिए। सख्त कार्रवाई करें।
कुछ महीने पहले इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने ऑस्ट्रेलियाई सरकार को यहूदी विरोध के बारे में एक पत्र भी लिखा था। उन्होंने कहा था कि फिलिस्तीन को एक देश के तौर पर मान्यता मिलने के बाद से ऑस्ट्रेलिया में यहूदी विरोध बढ़ गया है। मैंने ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखकर उन्हें चेतावनी दी थी। मैंने उनसे कहा था कि आपकी नीतियां इस नफरत को बढ़ा रही हैं। लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की।
बढ़ी है यहूदियों के प्रति हिंसा
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक करीब 2 करोड़ 80 लाख की जनसंख्या वाले देश ऑस्ट्रेलिया में 1 लाख 17,000 यहूदी रहते हैं। उनमें से कई न्यू साउथ वेल्स में रहते हैं। बताया जाता है कि हाल के वर्षों में ऑस्ट्रेलिया में यहूदी विरोध बढ़ा है। यहूदी विरोध पर सरकार के विशेष दूत गिलियन सेगल ने जुलाई में कहा था कि 7 अक्तूबर 2023 को इजराइल में हमास के हमले के बाद से ऑस्ट्रेलिया में यहूदियों पर हमले तीन गुना बढ़ गए हैं।
घटना के बाद ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने देश को संबोधित भी किया। यहूदियों के लिए अपने समर्थन का भरोसा देते हुए उन्होंने कहा कि हम बंटवारे, नफरत और हिंसा के आगे नहीं झुकेंगे। देश का वास्तविक चरित्र बना रहेगा। सभी ऑस्ट्रेलियाई यहूदियों के साथ खड़े हैं। हालांकि उन्होंने नेतन्याहू की टिप्पणी का कोई जवाब नहीं दिया।