🔔 ताज़ा ख़बरें सबसे पहले!

Samachar EiSamay की ब्रेकिंग न्यूज़, राजनीति, खेल, मनोरंजन और बिज़नेस अपडेट अब सीधे आपके पास।

लापरवाही ने ली मासूम की जान! सफाई में मिला नवजात का अधजला शव, संजय गांधी अस्पताल में लगी थी आग

मध्य प्रदेश के रीवा के संजय गांधी अस्पताल से सामने आई अग्निकांड की घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। ऑपरेशन थिएटर में आग लगने के बाद सफाई के दौरान नवजात का अधजला शव मिलने से अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।

By कौशिक दत्ता, Posted by: लखन भारती

Dec 16, 2025 01:04 IST

मध्य प्रदेश के रीवा के संजय गांधी अस्पताल से सामने आई यह घटना दिल दहला देने वाली है। ऑपरेशन थिएटर में आग लगने के बाद जब हालात सामान्य हुए और सफाई शुरू हुई, तब जो सामने आया, उसने हर किसी को सन्न कर दिया। सफाई के दौरान एक अधजले नवजात का शव मिला, जिसने अस्पताल की कार्यप्रणाली और लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।

ओटी में लगी आग से मचा था हड़कंप

दरअसल, यह मामला रीवा के संजय गांधी अस्पताल के गायनी वार्ड के ऑपरेशन थिएटर का है। यहां रविवार को अचानक आग लग गई थी। अस्पताल प्रबंधन ने उस समय आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई थी और दावा किया था कि इस घटना में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है।

सफाई के दौरान मिला नवजात का शव

आग बुझने के बाद जब ऑपरेशन थिएटर की सफाई की जा रही थी, तभी वहां एक नवजात का अधजला शव मिला। यह दृश्य सामने आते ही अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया। कर्मचारियों से लेकर मरीजों के परिजनों तक, सभी सकते में आ गए।

अस्पताल प्रबंधन की सफाई

इस मामले में अस्पताल प्रबंधन ने अपनी तरफ से सफाई पेश की है। प्रबंधन का कहना है कि जब आग लगी, उस समय ऑपरेशन थिएटर में एक डिलीवरी का ऑपरेशन चल रहा था। बच्चे का जन्म मृत अवस्था में हुआ था और प्रसूता को टांके लगाए जा रहे थे।

अफरा-तफरी में रह गया बच्चा

अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, आग लगते ही ऑपरेशन थिएटर में अफरा-तफरी मच गई। प्राथमिकता के तौर पर प्रसूता को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इसी जल्दबाजी और हड़बड़ी के माहौल में नवजात का शव वहीं पास में ही रह गया, जिस पर किसी का ध्यान नहीं गया।

पहले इनकार, फिर बदली कहानी

आग लगने के तुरंत बाद अस्पताल प्रशासन ने किसी भी तरह की अनहोनी से साफ इनकार किया था। लेकिन जब सफाई के दौरान नवजात का अधजला शव मिला, तो मामला दोबारा गरमा गया। इसके बाद प्रबंधन ने अपनी नई सफाई सामने रखी। हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने घटना को परिस्थितिजन्य बताया है, लेकिन अपनी किसी भी तरह की गलती मानने से इनकार किया है। इस पूरे मामले ने एक बार फिर सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा, जिम्मेदारी और संवेदनशीलता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

Prev Article
जम्मू-काश्मीर में आतंकवादियों के साथ गोलीबारी, एक सुरक्षा कर्मी शहीद
Next Article
सौ दिनों में भी ‘राम-जी’, बापू का नाम हटाया गया, तीखा विवाद

Articles you may like: