युवा भारती (सॉल्टलेक स्टेडियम) में दिग्गज फुटबॉलर लियोनेल मेसी (Lionel Messi) के लिए आयोजित कार्यक्रम में अव्यवस्था की जांच के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कमेटी का गठन किया है लेकिन यह कमेटी इस घटना की 'निरपेक्ष' जांच नहीं कर सकेगी। रविवार को विधानसभा में विरोधी पार्टी के नेता शुभेंदु अधिकारी ने उक्त दावा किया है। सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने पुलिस की एफआईआर को लेकर भी सवाल उठाया है। विधानसभा में शुभेंदु अधिकारी ने क्या कहा?
नहीं मानता कमेटी को
शुभेंदु अधिकारी ने अपने बयान में कहा कि जिस मुहल्ले के लोगों को लेकर उन्होंने (मुख्यमंत्री ममता बनर्जी) कमेटी का गठन किया है, उसे हम स्वीकार नहीं करते हैं। पश्चिम बंगाल की जनता स्वीकार नहीं करती है। राज्य के युवा स्वीकार नहीं करते हैं। उन्होंने किसी कोर्ट में कार्यरत निरपेक्ष न्यायाधीश अथवा कोर्ट मॉनिटरिंग कमेटी की मांग की है।
भारतीय फुटबॉल फेडरेशन के अध्यक्ष कल्याण चौबे के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अधिकारी ने आरोप लगाया कि इस घटना में गलत पद्धति से एफआईआर की गयी है। उनका दावा है कि घटना का समय दोपहर 12.30 से शाम 4 बजे के बीच का उल्लेख किया गया है। यहीं पहली गलती की गयी है। लेकिन असली घटना इसके काफी पहले ही घट चुकी थी।
शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि जिन्होंने केस दर्ज करवाया है (विधाननगर के एक पुलिस अधिकारी) वह मैदान में 7 नंबर व 12 नंबर गेट की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। यह केस किसी भी तरह से नहीं टिक पाएगी। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि एफआईआर सिर्फ मंत्रियों को बचाने के लिए ही की गयी है। अधिकारी ने सवाल उठाते हुए कहा कि एफआईआर में सीआरपीएफ सिक्योरिटी और आयोजकों को जिम्मेदार ठहराया गया है।
कोलकाता में अंतर्राष्ट्रीय मैच के आयोजन पर सवाल
वहीं दूसरी तरफ कल्याण चौबे ने भी डर जताया कि शनिवार की घटना ने कोलकाता में अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल मैच कराने पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उनका कहना है कि हम कोलकाता को भारतीय फुटबॉल के मक्का के तौर पर जानते हैं। पेले और माराडोना समेत कई दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी पश्चिम बंगाल आ चुके हैं। इन खिलाड़ियों को लाने का एक प्रोटोकॉल रहता है। उन्होंने आरोप लगाया कि किसी भी नियम का पालन नहीं किया गया। पूरी दुनिया की नजरों में कोलकाता की छवि खराब हुई है।
तृणमूल ने पलटवार करते हुए दावा किया है कि युवा भारती की घटना में भाजपा बंगाल को बदनाम करने की साजिश रच रही है। शनिवार की घटना के बाद तृणमूल के प्रवक्ता सुदीप राहा ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले में पहले ही एक जांच कमेटी का गठन किया है लेकिन भगवा झंडों के साथ मेसी से मिलने आए कौन से लोगों ने युवा भारती में तोड़फोड़ की? उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह स्पष्ट है कि इस अफरा-तफरी के पीछे भाजपा का हाथ है। उनका (भाजपा का) एकमात्र लक्ष्य किसी भी तरह से बंगाल को बदनाम करना है।