जेन ज़ी हो या मिलेनियल, हर पीढ़ी में ही कुछ ऐसे लोग जरूर होते हैं जिनको सर्दियों के मौसम का खास इंतजार होता है। क्योंकि यहीं वह समय होता है जब एडवेंचर स्पोर्ट्स से लेकर ट्रेकिंग जैसी एडवेंचरस एक्टिविटी तक को एंजॉय किया जा सकता है। अगर कॉलेज, ऑफिस के दोस्तों व कॉलिग को देखकर आपका भी मन इन दिनों ट्रेकिंग पर जाने का होने लगा है तो अपने दिल को जरा थाम लें।
पहले अच्छी तरह से यह समझ लें कि ट्रेकिंग पर जाने से पहले थोड़ी तैयारी करना बेहद जरूरी होता है। अगर पहली बार ट्रेकिंग के लिए निकलने से पहले थोड़ी सी तैयारी नहीं की तो किसी बड़ी मुसीबत में फंसने का खतरा बना रहता है। करनी होगी कैसी तैयारी?
शरीर को बनाएं मजबूत
ट्रेकिंग पर जाने से पहले शरीर को ऊंचे-नीचे रास्तों, ढलानों पर भार लेकर चलने जैसी आदतें जरूर डाल दें। ट्रेकिंग पर जाने से लगभग 3-4 सप्ताह पहले से ही फिटनेस का खास ध्यान देना शुरू करें।
- प्रतिदिन कम से कम 30 से 40 मिनट तक कार्डियक एक्सरसाइज करें। इसमें ब्रिस्क वॉकिंग, जॉगिंग और साइक्लिंग को शामिल करें।
- पैरों की शक्ति बढ़ाएं। स्क्वॉट्स, लॉन्ज, स्टेप अप जैसे व्यायाम करें जिससे पैरों की शक्ति बढ़ेगी। इन व्यायामों के प्रभाव से घुटनों की ताकत और पैरों के पेशियां भी मजबूत होंगी।
- स्टैमिना भी है बेहद जरूरी। धीरे-धीरे पैदल चलने की आदत डालें। सप्ताह में कम से कम एक दिन 5 से 6 किलोमीटर की दूरी एक बार में जरूर तय करें।
सही सामान चुने
ट्रेकिंग के लिए पहली बार जाने की योजना बना रहे हैं तो सबसे ज्यादा जरूरी सही सामानों का चुनाव करना भी है।
- पैरों के लिए सही जूते तो जरूर चाहिए। जूते ऐसे ले जो वजन में हल्के हों, अच्छी पकड़ वाले हो और एंकल लेंथ के हो। नया जूता खरीदने के बाद कम से कम 10 दिनों तक जरूर इस्तेमाल करें। इससे नए जूते ट्रेकिंग के दौरान पैरों को नहीं काटेंगे।
- भारी ट्रॉली नहीं, बैगपैक चुने। ट्रेकिंग के लिए ट्रॉली या सूटकेस लेकर जाने की गलती बिल्कुल न करें। 30 से 40 लीटर वाले हल्के बैगपैक खरीदे, जिसमें चेस्ट व वेस्ट पर स्ट्रैप्स लगे हो। इससे पहाड़ी ढ़लानों पर भी चलने में आपको सुविधा होगी।
- कपड़े ऐसे खरीदे जो जल्दी सुख जाते हो। जैसे हल्के टी-शर्ट, ट्रेकिंग पैंट इत्यादि। पहाड़ों पर कब बारिश हो जाए, यह कहना बहुत मुश्किल होता है। इसलिए साथ में वाटर प्रुफ रखना बिल्कुल न भूलें। बैगपैक का भी एक वाटर प्रुफ कवर जरूर खरीद लें।
साथ लें सिर्फ जरूरत भर का ही सामान
ट्रेकिंग पर पहली बार जाएं या 10वीं बार, लेकिन अतिरिक्त सामान कभी भी लेकर न जाएं। हमेशा जरूरी के सामान जैसे पानी की बोतल, एनर्जी बार या चॉकलेट, ड्राई-फ्रुट आदि रखे। अपने पास कुछ जरूरी दवाईयां, ओआरएस इत्यादि के पैकेट जरूर रखें। एक अच्छा सा पावर बैंक, टॉर्च या हेड लैम्प भी साथ रखने में ही भलाई है। इसके अलावा सनग्लास लेकर जरूर जाएं, क्योंकि सूरज की किरणें जब बर्फ पर पड़ेंगी तो वह रोशनी आपकी आंखों को चौंधिया देगा। सनस्क्रीन और टोपी भी रख सकते हैं।
मौसम की रखें जानकारी
ट्रेकिंग के लिए कौन से रूट से जाना है, आने-जाने में कितना समय लगेगा, रूट मैप, बेस कैंप कहां है, आपातकाल में किससे संपर्क करेंगे या कहां संपर्क करेंगे, आपातकालिन नंबर इत्यादि के बारे में जरूर जानकारी रखें। रूट मैप को मोबाइल में ऑफलाइन डाउनलोड भी करके रखें ताकि नेटवर्क नहीं रहने पर भी कोई समस्या न हो। ट्रेकिंग के लिए निकलने से पहले खुद मौसम का अपडेट लें। ग्रुप लीडर के हमेशा संपर्क में रहे और उनकी बातों को मानें। क्योंकि आपसे बेहतर उस इलाके को वहीं पहचानते हैं।