कोलकाता की सड़कों को साफ-सुथरा रखने की सबसे बड़ी बाधा गाड़ियों की पार्किंग बन गयी है। सड़कों पर खड़ी गाड़ियों की वजह से नगर निगम के कर्मचारी अच्छी तरह से झाड़ू लगाकर उन्हें साफ नहीं कर पाते हैं। इसलिए अब कोलकाता नगर निगम सुबह के समय लगभग 2 घंटों के लिए पार्किंग को बंद रखने के बारे में सोच विचार कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार मेयर फिरहाद हकिम ने इस मामले में जल्द से जल्द पुलिस को जानकारी देते हुए एक विज्ञप्ति जारी करने का निर्देश निगम कमिश्नर सुमित गुप्ता को दिया है। उन्होंने कहा, 'सुबह 7 से 9 बजे तक कोलकाता के रास्तों पर कोई भी गाड़ी पार्क न रहे, इसे सुनिश्चित करने के लिए हम पुलिस के साथ बात करेंगे।'
हालांकि विरोधियों ने केएमसी की इस पहल पर अपनी कड़ी आपत्ति जतायी है। उनका दावा है कि इस तरह की पहल का कोई सिर-पैर ही नहीं है। उनका कहना है कि रात से लेकर दिन चढ़ने तक कोलकाता के रास्तों पर गाड़ियों की पार्किंग होती है। महानगर निवासी ही इन गाड़ियों को पार्क करते हैं।
दिन के शुरुआत में गाड़ियों को हटाकर कहीं और पार्क करने की जगह उन्हें कैसे मिली? विरोधियों ने बिना कुछ सोचे-समझे ही इस फैसले को लागू करने का आरोप लगाया है। केएमसी के वार्ड नंबर 50 के पार्षद व भाजपा प्रवक्ता सजल घोष का कहना है, 'जो गाड़ियां रात से सुबह तक कोलकाता की सड़कों पर पार्क रहती हैं, उनमें से कोई भी जेम्स बॉन्ड की गाड़ी नहीं होती है कि घंटों तक आसमान में उड़ती रहेगी। इसलिए गाड़ी रखने की वैकल्पिक व्यवस्था किए बिना ही इस निर्णय को लागू करना हठ ही है।'
मेयर ने इस बारे में कहा कि अगर कोई गाड़ी खरीदता है तो उसे रखने की व्यवस्था भी करनी होगी। कोलकाता में गाड़ियां रखने की कई सरकारी जगहें भी हैं जिनका किराया बहुत कम है। लेकिन काफी लोग इन सुविधाओं का लाभ न उठाकर रात से लेकर दिन चढ़ने तक सड़कों पर गाड़ियां पार्क करके रख देते हैं। इस वजह से निगम के कर्मचारियों को सुबह झाड़ू लगाने में परेशानी होती है, जिससे सड़कें साफ नहीं हो पाती हैं। इसलिए पुलिस के साथ बात करके इस तरह की पार्किंग को बंद करने की व्यवस्था करनी होगी।
फिरहाद ने कहा कि थाना के बाहर भी लंबे समय तक कई गाड़ियां रखी रहती हैं। उन गाड़ियों को भी सड़कों से हटाने के लिए पुलिस से कहा जाएगा।