4 नवंबर से घर-घर जाकर एन्यूमरेशन फॉर्म वितरित करने और फॉम फिलअप हो जाने के बाद उसे वापस लेने का काम BLO ने शुरू किया है। शनिवार को इस प्रक्रिया का 19वां दिन है। काम का अत्यधिक दबाव होने का आरोप लगाते हुए अब तक कई BLO द्वारा आत्महत्या का प्रयास करने का मामला सामने आ चुका है। सिर्फ पश्चिम बंगाल ही नहीं बल्कि तमिलनाडु, राजस्थान, केरल आदि कई राज्यों में ऐसे आरोप लग चुके हैं। अब गुजरात से BLO द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है।
इसे लेकर ही राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने तीखा हमला बोला है। पार्टी की ओर से कहा गया है, 'तमिलनाडु, राजस्थान और केरल के बाद अब गुजरात में भी। मोदी-शाह के राज्य में भी SIR को लेकर अमानवीय दबाव के कारण BLO आत्महत्या कर रहे हैं।'
गुजरात में गिर सोमनाथ जिले के निवासी अरविंद वाधेर ने 21 नवंबर को आत्महत्या कर ली थी। वह स्कूल शिक्षक थे और BLO का काम कर रहे थे। परिवार का दावा है कि SIR के अतिरिक्त दबाव की वजह से वह काफी हताश हो गए थे। आरोप है कि इसी वजह से उन्होंने आत्महत्या कर ली। कथित तौर पर अपने सुसाइड नोट में उन्होंने अपनी पत्नी को इस बारे में विस्तार से बताया था।
ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस (AITC) ने अपने आधिकारिक X हैंडल से एक पोस्ट किया जिसमें लिखा है, 'अरविंद वाधेर ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि मुझसे SIR का काम नहीं हो रहा है। सिर्फ बंगाल ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों में भी एक जैसी ही परिस्थिति है। BLO बीमार पड़ रहे हैं। कुछ-कुछ तो दुर्भाग्य से खुद को ही समाप्त कर दे रहे हैं। स्वाभाविक रूप से BLO के काम के दबाव को लेकर ही सवाल उठेगा। बार-बार जो मौत की घटनाएं घट ही हैं, क्या चुनाव आयोग इसकी जिम्मेदारी लेगा?'