न्यूयार्क : संयुक्त राज्य अमेरिका के सीडीसी ने अपनी पुरानी सलाह बदल दी है। पहले सीडीसी का कहना था कि टीकों और ऑटिज़्म के बीच कोई संबंध नहीं है, परन्तु अब सीडीसी की नई वेबसाइट का मानना है कि टीकों और ऑटिज़्म के बीच संबंध को दिखाने वाले अध्ययन अनदेखा किए गए हैं। यह दावा कि टीके ऑटिज़्म का कारण नहीं बनते पूर्णतया साक्ष्य-आधारित नहीं है।
इस बदलाव के पीछे स्वास्थ्य सचिव रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर का दबाव था, जबकी उन्होंने पहले वादा किया था कि सीडीसी की सलाह में कोई बदलाव नहीं करेंगे।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समस्याएं : विज्ञान सार्वभौमिक नकार को साबित नहीं कर सकता। कई उच्च गुणवत्ता वाले अध्ययन यह दिखा चुके हैं कि टीके और ऑटिज़्म के बीच कोई संबंध नहीं है।
सबूत का बोझ बदलना गलत है, यदि कोई व्यक्ति दावे करे है कि टीके ऑटिज़्म का कारण हैं, उसे सबूत देना चाहिए। सीडीसी का नया बयान इस सिद्धांत का विरोध करता है।
इस पूरे विवाद की शुरुआत 1998 में एक धोखाधड़ी और बाद में रद्द किए गए एमएमआर टीका अध्ययन से हुई थी। सीडीसी की नई सलाह विज्ञान के तरीकों के खिलाफ है और इससे गलत जानकारी फैलने का खतरा बढ़ गया है।