अगर आप दिन भर थके-थके रहते हैं और काम करने की ऊर्जा बिल्कुल नहीं होती तो यह रक्ताल्पता (लो हिमोग्लोबिन) का संकेत हो सकता है। रक्त में हिमोग्लोबिन का स्तर कम होने पर शरीर में थकान, कमजोरी, पीला पड़ना, सांस लेने में कठिनाई, चक्कर आना और सिरदर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। महिलाओं में यह समस्या बहुत आम है लेकिन इसके लिए आयरन सप्लीमेंट लेना जरूरी नहीं। इसके बजाय रोजाना अपने आहार में बीट रूट शामिल करें। यह सर्दियों की सब्ज़ी लो हेमोग्लोबिन की समस्या दूर करने में मदद कर सकती है।
बीट रूट का पोषण लाभ
बीट में आयरन, फोलिक एसिड, फाइबर और अन्य आवश्यक पोषक तत्व मौजूद हैं जो लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या बढ़ाने में मदद करते हैं। साथ ही इसमें विटामिन C भी होता है, जो आयरन के अवशोषण को बढ़ाता है।
शोध क्या कहता है?
2021 में ओपन एक्सेस मैसेडोनियन जर्नल ऑफ मेडिकल साइंसेस में प्रकाशित एक अध्ययन में पता चला कि किशोरियों ने रोजाना बीट का रस पीने पर दो सप्ताह में हेमोग्लोबिन का स्तर 11.47 ग्राम/डीएल से बढ़कर 12.02 ग्राम/डीएल हो गया। महिलाओं के लिए हेमोग्लोबिन का सामान्य स्तर 12–16 ग्राम/डीएल होता है। इससे पता चलता है कि बीट का रस पीकर आप आयरन की कमी पूरी कर सकते हैं और हेमोग्लोबिन बढ़ा सकते हैं।
रोजाना बीट रूट कैसे लें?
रोज़ एक गिलास बीट का जूस लें/ बीट की सलाद या सब्ज़ी भी खा सकते हैं/ ब्रेकफास्ट में बीट स्मूदी बनाना भी एक अच्छा विकल्प है/ बीट के साथ नींबू या आंवला मिलाएं ताकि विटामिन C आयरन के अवशोषण को और बढ़ा दे।