एक तरफ फैटी लिवर की समस्या और दूसरी तरफ रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा हुआ, इन दोनों के बीच लिवर सीधा संबंध रखता है। यानी लिवर की कार्यप्रणाली बिगड़ने पर लिवर में सूजन (इन्फ्लेमेशन) होती है और फैट जमा होने लगता है। इसके साथ ही एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ सकता है। इसलिए लिवर को डिटॉक्स करना बेहद जरूरी है। इसी कारण कई लोग सुबह खाली पेट कच्ची हल्दी या आंवले का रस पीते हैं। आयुर्वेद में भी इन दोनों के गुणों का उल्लेख मिलता है। विशेषज्ञों का कहना है कि आंवला और कच्ची हल्दी दोनों ही अपने प्राकृतिक गुणों की वजह से बेहद फायदेमंद हैं और इन्हें साथ खाया जाए तो लिवर को अधिक फायदा होता है।
आंवला और कच्ची हल्दी साथ खाने के फायदे :-
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं
आंवले में विटामिन C और कच्ची हल्दी में करक्यूमिन होता है। यह संयोजन इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, शरीर की सूजन कम करता है और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को नियंत्रित करता है। इससे लिवर पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ता।
पाचन बेहतर करता है
आंवला और कच्ची हल्दी आंतों को स्वस्थ रखते हैं। गैस, पेट फूलना और अपच जैसी सामान्य समस्याओं में भी राहत देते हैं।
शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट
दोनों ही चीज़ें एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती हैं। कई शोध में पाया गया है कि यह मिश्रण लिवर व हृदय की धमनियों में सूजन कम करने में मदद करता है।
मेटाबॉलिज़्म मजबूत करता है
लिवर स्वस्थ रहने पर मेटाबॉलिज़्म से जुड़ी कई बीमारियों का जोखिम कम होता है। खासकर ब्लड शुगर यानी डायबिटीज के लिए लिवर का स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है। आंवला और कच्ची हल्दी इसमें मदद कर सकते हैं।
कब और कैसे खाएं?
आधा आंवला और एक अंगूठे के आकार की कच्ची हल्दी को एक साथ कद्दूकस कर लें। चाहें तो इसमें थोड़ा शहद और काली मिर्च भी मिला सकते हैं। इसे सुबह खाली पेट हल्के गुनगुने पानी के साथ खाएं