नई दिल्ली : हाल ही में आए चक्रवात के बाद श्रीलंका को मानवीय सहायता बढ़ाने के लिए भारत ने ऑपरेशन सागर बंधु के तहत चार और नौसैनिक जहाजों को राहत सामग्री भेजने के लिए तैनात किया है। भारतीय नौसेना ने सोमवार को यह जानकारी दी। नौसेना के अनुसार आईएनएस गहिराल, एलसीयूफ54, एलसीयू 51 और एलसीयू 57 को श्रीलंका के प्रभावित क्षेत्रों में मानवीय सहायता और आपदा राहत सामग्री (एचएडीआर) भेजने का काम सौंपा गया है।
तीन जहाज एलसीयू 54, एलसीयू 51 और एलसीयू 57 कोलंबो पहुंचे और स्थानीय अधिकारियों को महत्वपूर्ण आपूर्ति प्रदान की। आईएनएस गहिराल के त्रिंकोमाली पहुंचने की उम्मीद है ताकि राहत कार्य जारी रखा जा सके। यह नवीनतम तैनाती पहले की मदद के बाद की गई है। जिसमें आईएनएस विक्रांत, आईएनएस उदयगिरी और आईएनएस सुकन्या ने राहत कार्य और हेलीकॉप्टर-बोर्न खोज और बचाव अभियानों का संचालन किया था। इस मिशन में 1000 टन राहत सामग्री है और यह भारत और श्रीलंका के बीच मजबूत जनसंपर्क संबंधों को और सुदृढ़ करता है। यह भारतीय नौसेना की इस क्षेत्र के देशों के लिए समय पर मानवीय समर्थन प्रदान करने की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
एक अन्य बयान में यह भी कहा गया कि यह पहल भारत सरकार के महासागर दृष्टिकोण के अनुरूप है जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करना और संकट के दौरान त्वरित सहायता सुनिश्चित करना है। यह राहत अभियान उस समय हो रहा है जब श्रीलंका चक्रवात के प्रभाव से उबर रहा है और भारत ने लगातार समुद्री सहायता प्रदान की है। भारत द्वारा श्रीलंका की मदद जारी रखते हुए श्रीलंकाई सांसद नमल राजपक्षे ने भारतीय उच्चायुक्त संतोष झा से मुलाकात की और ऑपरेशन सागर बंधु के तहत भारत की लगातार राहत और बचाव सहायता के लिए आभार व्यक्त किया। बैठक के दौरान उच्चायुक्त ने यह दोहराया कि भारत श्रीलंका के पुनर्निर्माण और पुनर्प्राप्ति प्रयासों में निरंतर मदद प्रदान करेगा।
भारतीय उच्चायुक्त ने X पर एक पोस्ट में कहा कि नमल राजपक्षे ने उच्चायुक्त से मुलाकात की और ऑपरेशन सागर बंधु के तहत चल रही राहत और बचाव प्रयासों के लिए भारत का धन्यवाद किया। श्रीलंकाई सेना के इंजीनियरों के साथ मिलकर प्रभावित समुदायों के लिए महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी को बहाल करने के प्रयास शुरू कर दिये है।
भारतीय बचाव और राहत अभियान पूरी तरह से जारी है क्योंकि भारतीय सेना के इंजीनियरों नेऔर श्रीलंकाई सेना के इंजीनियरों ने मिलकर किलिनोच्चि में परंथन-कराची-मुलतिवु (ए35) सड़क पर क्षतिग्रस्त पुल को हटाना शुरू कर दिया है। यह संयुक्त प्रयास प्रभावित समुदायों के लिए महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी को बहाल करने की दिशा में एक और कदम है। यह सब तब हो रहा है जब भारत ने ऑपरेशन सागर बंधु के तहत श्रीलंका को चक्रवात दीत्वाह के कारण लगभग 1000 टन आवश्यक खाद्य सामग्री और कपड़े भेजे हैं, जिसमे तमिलनाडु के लोगों ने योगदान दिया है। इनमें से लगभग 300 टन सामग्री रविवार सुबह भारतीय नौसैनिक जहाजों के द्वारा कोलंबो पहुंचाई गई थी। उच्चायुक्त संतोष झा ने श्रीलंका के व्यापार, वाणिज्य, खाद्य सुरक्षा और सहकारी विकास मंत्री वसंत सामरासिंघे को राहत सामग्री सौंप दी।