अरपोरा क्लब त्रासदी: पांचवीं गिरफ्तारी, अधिकारी निलंबित, मालिकों की तलाश तेज

एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार मंच पर प्रस्तुति के दौरान पाइरो गन चलाने से छत की लकड़ी पर चिंगारी गिरी और दो मिनट के भीतर आग ने भीषण रूप ले लिया।

By डॉ. अभिज्ञात

Dec 08, 2025 17:33 IST

पणजीः गोवा के अरपोरा स्थित 'बर्च बाय रोमियो लेन' रेस्तरां-कम-नाइट क्लब में लगी भीषण आग में 25 लोगों की मौत के बाद पूरे प्रकरण की जांच तेज़ हो गई है। पुलिस, प्रशासन और सतर्कता विभाग की संयुक्त कार्रवाई से लगातार नए पहलू सामने आ रहे हैं। जहां एक ओर पांचवीं गिरफ्तारी हो चुकी है, वहीं दूसरी ओर लाइसेंसिंग और नियामकीय चूक को लेकर अधिकारियों पर भी कार्रवाई शुरू हो गई है।

मंच पर प्रस्तुति के दौरान पाइरो गन चलाने से गिरी चिंगारी से लगी आग? एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार मंच पर प्रस्तुति के दौरान पाइरो गन चलाने से छत की लकड़ी पर चिंगारी गिरी और दो मिनट के भीतर आग ने भीषण रूप ले लिया। एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि क्लब में उस समय लगभग 70-80 लोग मौजूद थे और सिर्फ एक ही एग्ज़िट उपलब्ध था, जिससे अफरातफरी बढ़ गई।

पांचवें अभियुक्त से पूछताछ होगीः गोवा पुलिस ने सोमवार को दिल्ली से पांचवें अभियुक्त भारत करन सिंह कोहली (49) को गिरफ्तार किया। वह क्लब संचालन का ज़िम्मेदार था और मालिकों की ओर से रोज़मर्रा के प्रबंधन की देखरेख करता था। पुलिस उसे आगे की पूछताछ के लिए गोवा ले जा रही है। उधर, एक विशेष पुलिस टीम दिल्ली में क्लब मालिक सौरव लूथरा और गौरव लूथरा की तलाश कर रही है, जिनके खिलाफ FIR दर्ज है और जिन्हें मामले में प्रमुख रूप से वांछित माना गया है।

चार कर्मचारी गिरफ्तार, 3 अधिकारी निलम्बितः इससे पहले गिरफ्तार किए गए चार प्रबंधकीय कर्मचारी चीफ जनरल मैनेजर राजीव मोदक, जनरल मैनेजर विवेक सिंह, बार मैनेजर राजवीर सिंगानिया, गेट मैनेजर प्रियांशु ठाकुर को स्थानीय अदालत ने पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पुलिस टीम अंजुना थाने में तैनात वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में जांच को प्राथमिकता के आधार पर आगे बढ़ा रही है। घटना से जुड़े लाइसेंस, सुरक्षा अनुपालन और प्रक्रियागत अनुमतियों की बारीकी से जांच की जा रही है। सतर्कता निदेशालय ने नियामकीय लापरवाही के आरोपों पर कार्रवाई करते हुए तीन अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। जिनमें डॉ. शमीला मोनटेरो, सिद्धि तुषार हरलांकरऔर रघुवीर डी. बागकर शामिल हैं। यह कार्रवाई इस प्रश्न को केंद्र में लाती है कि क्लब को संचालन के लिए दिए गए पर्यावरणीय और स्थानीय निकाय संबंधी अनुमतियों में कहीं गंभीर चूक तो नहीं हुई थी।

17 शवों का पोस्टमार्टमः आग रविवार तड़के भड़की और तेजी से फैल गई, जिससे बाहर निकलने के सीमित मार्गों के कारण कई लोग फंस गए। 25 शवों की पहचान की प्रक्रिया जारी है। छह घायलों में से एक को छुट्टी दे दी गई है, जबकि पांच का इलाज चल रहा है। पोस्टमॉर्टम 17 शवों का पूरा किया जा चुका है और पांच को परिजनों को सौंप दिया गया है।

मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने मैजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं और एक सप्ताह में प्रक्रियागत चूक की रिपोर्ट मांगी है। जिला प्रशासन, पुलिस, फायर और फोरेंसिक टीमों की संयुक्त समिति पहले ही गठित की जा चुकी है।

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