दिसंबर की सर्द सुबह में घर के कामों में व्यस्त पत्नी की नजरें जैसे ही पति पर गयी, उन्हें तुरंत समझ में आ गया कि मामला कुछ गड़बड़ है। पश्चिम बर्दवान के रुपनायारणपुर में भारतीय रेलवे में कार्यरत अशोक दत्त वीडियो कॉल पर किसी से बात कर रहे थे, चेहरे पर डर और माथे पर पसीने की बूंदें साफ-साफ नजर आ रही थी। उनकी पत्नी पलीकणा दत्त को महसूस हुआ कि माजरा कुछ तो गड़बड़ है।
पास आकर देखा तो पति अशोक वीडियो कॉल पर 'पुलिस' के एक अधिकारी से बात कर रहे थे जो उन्हें डिजिटल एरेस्ट करने की धमकी दे रहा था। बस फिर क्या था, पत्नी ने अपनी बुद्धिमत्ता का परिचय दिया और पुलिस कर्मी को ही धमकी दे डाली, 'आपके आने से पहले ही मैं फर्जी कॉल की पूरी घटना बताकर थाना में शिकायत दर्ज करवाऊंगी।' फिर क्या हुआ?
पहले बुलाया गया मुंबई
घटना 12 दिसंबर की बतायी जाती है। सुबह करीब 10.30 बजे अशोक दत्त के मोबाइल पर 9401974110 नंबर से एक कॉल आता है। 'ट्रु कॉलर' ऐप पर ने यह नंबर फ्रॉड दिखा रहा था। अशोक ने मीडिया से हुई बातचीत में बताया कि पहले कॉल किसी महिला ने किया था। उनका कहना था कि मेरा आधार कार्ड इस्तेमाल कर किसी व्यक्ति ने मुंबई में सिम कार्ड खरीदा है।
उस नंबर से कुछ सम्मानित व्यक्तियों को फोन पर धमकी दी जा रही है। सिर्फ इतना ही नहीं उस आधार नंबर का इस्तेमाल कर अवैध सामान भी खरीदे जा रहे हैं। महिला ने आरोप लगाया था कि इन सभी अवैध कार्यों के लिए मैं जिम्मेदार हूं। इसलिए मुझे मुंबई जाना होगा। मुंबई को कोलाबा थाना के एक अधिकारी ह्वाट्स ऐप पर वीडियो कॉल करके मुझसे बात करेंगे, इतना कहकर उक्त महिला ने फोन काट दिया।
फिर आया डिजिटल अरेस्ट वाला वीडियो कॉल
बकौल अशोक दत्त इसके बाद 9218473171 नंबर से ह्वाट्स ऐप पर वीडियो कॉल आया। कॉल को उठाने के बाद मैंने देखा कि सामने पुलिस की वर्दी में एक व्यक्ति बैठे हुए हैं। उन्होंने पहले मुझसे पूछा कि क्या मेरा आधार कार्ड खो गया है? मुंबई जाकर मैंने अपना आधार कार्ड कहीं इस्तेमाल किया है अथवा नहीं।
दोनों सवालों का जवाब ना में देने के बाद उस व्यक्ति ने कहा कि अगर अभी कदम नहीं उठाया गया तो मेरा सब मोबाइल नंबर बंद कर दिया जाएगा। सिर्फ इतना ही नहीं, मोबाइल नंबर के साथ जितने बैंक अकाउंट लिंक हैं वह भी फ्रीज हो जाएंगे। इसके बाद वीडियो कॉल पर मेरे आधार कार्ड को दिखाने के लिए कहा गया। लेकिन तभी....
पत्नी की सूझबूझ ने बचाया
अशोक दत्त की पत्नी पलीकणा दत्त को इसी समय घटना की जानकारी मिली और उन्होंने पति को सावधान किया। पलीकणा दत्त को भी वीडियो कॉल पर मौजूद 'पुलिस' अधिकारी ने डराने की कोशिश की। धमकाया गया कि अगर उनकी बात नहीं मानी गयी तो उनके फ्लैट पर पुलिस जाकर उन्हें गिरफ्तार करेगी।
पलीकणा दत्ता ने मीडिया को बताया कि जैसे ही वह व्यक्ति धमकाने की कोशिश करने लगा तो मैंने भी थाना में शिकायत दर्ज करवाने की बात कही। इसके बाद ही आश्चर्यजनक रूप से व्यक्ति के बात करने का तरीका बदल गया। इतनी देर तक वीडियो कॉल पर मौजूद जो व्यक्ति मराठी एक्सेंट में हिंदी बोल रहा था वह शुद्ध हिंदी में बात करना शुरू कर देता है और लगातार डराने की कोशिशें करता रहता है।
आखिर तक कोशिश करने के बाद जब वीडियो कॉल वाले फर्जी पुलिस अधिकारी को समझ में आया कि रेलवे कर्मी व उनकी पत्नी को डराया नहीं जा सकेगा तब हारकर उसने फोन काट दी। बाद में उक्त दंपति ने घटना की जानकारी सालानपुर थाना के रुपनारायणपुर पुलिस फांड़ी को दी। पलीकणा दत्त का कहना है कि लगातार डिजिटल अरेस्ट को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस वजह से पूरा माजरा जल्दी समझ में आ गया। वही पुलिस के एक उच्चाधिकारी ने महिला की तारीफ करते हुए कहा कि इस तरह की परिस्थिति में बिना घबराए उन्होंने अपनी बुद्धिमत्ता का परिचय दिया, ऐसा ही होना चाहिए।