SIR वास्तव में चुनाव से पहले भाजपा की साजिश है। SIR के मुद्दे पर एक बार फिर से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने मोदी सरकार और चुनाव आयोग पर निशाना साधा है। गुरुवार को उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए उन्हें 'दोनों कान कटा' से लेकर 'भुक्खड़ पार्टी' तक कहा। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल के 1.5 करोड़ लोगों का नाम मतदाता सूची से काटने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
अगर नाम कटा तो धरना दूंगी
कृष्णनगर में सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीखा वार करते हुए कहा, 'इतनी भूख है कि चुनाव से 2 महीने पहले SIR कर रहे हैं!' उन्होंने कहा कि सुनने में आ रहा है कि जिनके दादा-दादी का नाम दिया गया है, उन्हें सुनवाई के लिए बुलाया जाएगा। इसके बाद शायद सुनवाई के समय ही नाम काट दिया जाएगा।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि डेढ़ करोड़ लोगों का नाम काटने की बात कही गयी है। अगर किसी का नाम कटा तो धरना देकर बैठी रहूंगी। जब तक नाम वापस मतदाता सूची में नहीं जोड़ा जाता, तब तक धरना दूंगी। मुख्यमंत्री ने एक बार फिर से आश्वस्त करते हुए कहा कि बंगाल में कोई डिटेंशन कैम्प नहीं बनेगा।
चुनाव आयोग पर साधा निशाना
इसके बाद ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने एक शिकायत दर्ज करवायी है। पत्र जमा दिया है। भाजपा के अलावा बाकी सभी का नाम हटा दिया गया है। उन्होंने सवाल उठाया कि सिर्फ भाजपा की शिकायत पर ही कार्रवाई क्यों होगी? मैं जानना चाहती हूं। क्या भाजपा के सिर्फ पत्र लिखकर देने से ही नाम हटाने होंगे?
क्या भाजपा की IT सेल की बनाई मतदाता सूची से ही चुनाव करवाएंगे? जो चाहे किजीए लेकिन कुछ नहीं कर पाएंगे। उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार नहीं कर पाया लेकिन बंगाल कर पाएगा। SIR कीजिए, एजेंसी लाइए। आप जो चाहें करें लेकिन उससे कुछ नहीं होगा।
बंगाल पर कब्जा कर इसे बर्बाद करना चाहती हैं भाजपा
उन्होंने भाजपा पर धर्म की राजनीति करने का भी आरोप लगाया। गीता पाठ के दौरान एक पैटी बेचने वाले को परेशान करने की घटना का भी उन्होंने जिक्र किया। अपनी नाराजगी जताते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि पीटा गया है। सबको गिरफ्तार किया है। यह बंगाल है। उत्तर प्रदेश नहीं। आपलोग कौन हैं? जो भेदभाव कर रहे हैं। मैं सभी धर्मों को साथ लेकर चलना चाहती हूं। आपलोगों ने नए धर्म का आयात किया है। दुर्गा पूजा के समय हम सब मिलकर उसे मनाते हैं।
क्या जानते हैं गीता में श्रीकृष्ण ने धर्म को लेकर क्या कहा?
गीता पाठ के कार्यक्रम को लेकर भी उन्होंने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि मैं सांप्रदायिक भेदभाव में विश्वास नहीं करती हूं। मैं सभी धर्मों को साथ लेकर चलना चाहती हूं। गीता पाठ के लिए सार्वजनिक बैठक करने का क्या मतलब है? भगवान के पास जो प्रार्थना करते हैं या अल्लाह से दुआ मांगते हैं तो सभी मन में ही करते हैं। सभी घर पर गीता पाठ करते हैं।
जो लोग यह गीता गीता कर रहे हैं मैं उनसे जानना चाहता हूं कि श्री कृष्ण ने धर्म के बारे में क्या कहा था? धर्म का मतलब है धारण करना। धर्म का मतलब बंटवारा नहीं है। उन्होंने भाजपा पर बंगाल को बर्बाद करने की कोशिश का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बंगाल पर कब्जा करके बांग्ला भाषा में बात करना ही बंद कर देंगे। दिल्ली से भाजपा जैसे कुछ लोगों को बंगाल भेजा जा रहा है। मुझे उम्मीद है कि भाजपा वाले जो गीता पाठ कर रहे हैं, वे मेरी बात सुन रहे होंगे।