हुमायूं कबीर ने रखी 'बाबरी मस्जिद' की नींव, 22 दिसंबर को होगी कौन सी नई घोषणा?

हुमायूं कबीर ने कहा कि इतने विरोध के बावजूद यह पहल मुमकिन हो पाई है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि बहुत से लोग आर्थिक रूप से मदद करने वाले हैं।

By Tuhina Mondal, Posted By : Moumita Bhattacharya

Dec 06, 2025 17:39 IST

पार्टी से सस्पेंड होने के बावजूद मुर्शिदाबाद के भरतपुर विधायक हुमायूं कबीर अपने रुख पर अड़े रहे। अपनी पिछली घोषणा को ही सच साबित करते हुए उन्होंने 6 दिसंबर को रेजिनगर के बेलडांगा में 'बाबरी मस्जिद' का वर्चुअली शिलान्यास किया। बताया जाता है कि इस कार्यक्रम की वजह से नेशनल हाईवे नंबर 12 (पुराना नेशनल हाईवे नंबर 34) कुछ देर के लिए ब्लॉक रहा।

ट्रैफिक पर पड़ा असर

नेशनल हाईवे से जिस जगह यह कार्यक्रम हुआ वहां की दूरी करीब 400 मीटर है। बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोग मौके पर पहुंचे थे। इससे नेशनल हाईवे के ट्रैफिक पर असर पड़ा। मिली जानकारी के अनुसार सुबह 11 बजे मुर्शिदाबाद के बरुआ चौराहे से लेकर रेजिनगर तक नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक सेवाएं ठप्प पड़ गयी थी।

इस वजह से लोगों को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पहले से ही इस बात का अनुमान लगाया गया था कि ऐसी स्थिति बन सकती है। इस वजह से पुलिस ने पलाशी से कई गाड़ियों को दूसरी तरफ मोड़ दिया था। हालांकि इसके बावजूद ट्रैफिक जाम की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रित नहीं हो पायी थी।

हुमायूं कबीर ने क्या कहा?

शनिवार को हुमायूं कबीर ने कहा कि इतने विरोध के बावजूद यह पहल मुमकिन हो पाई है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि बहुत से लोग आर्थिक रूप से मदद करने वाले हैं। आने वाले दिनों में बाबरी के आस-पास सिर्फ मस्जिद ही नहीं बल्कि अस्पताल, स्कूल, पार्क और हेलीपैड भी बनाए जाएंगे।

बताया जाता है कि इसके लिए कुल 300 करोड़ का बजट रखा गया है। हुमायूं ने दावा करते हुए कहा कि रुपयों की कोई कमी नहीं होगी। बहुत से लोग सामने आए हैं। हुमायूं ने यह भी कहा कि वह 22 तारीख को बहरमपुर टेक्सटाइल क्रॉसिंग पर नई पार्टी की घोषणा करेंगे।

नाम लिए बगैर फिरहाद ने बोला हमला

तृणमूल नेता व राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम ने हुमायूं कबीर का नाम लिए बिना उन पर एक बार फिर से हमला बोला है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा धर्म के नाम पर बांटने की राजनीति कर रही है। और कोई मीर जाफर इसमें मदद कर रहा है।

कांग्रेस भी सक्रिय

शनिवार को कांग्रेस नेता अधीर चौधरी ने हुमायूं कबीर के कदम के खिलाफ हमला बोला। उन्होंने कहा कि मस्जिद बनाने के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी है। दूसरी तरफ हुमायूं कबीर के ISF में शामिल होने की भी अटकलें लगायी जा रही थी। लेकिन ISF के विधायक नौशाद सिद्दीकी ने दावा किया कि धर्म पर राजनीति करने वालों के लिए हमारी पार्टी में कोई जगह नहीं है।

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