हर धर्म में ही कुछ गद्दार होते हैं, जो भाजपा से रुपए लेकर...मुर्शिदाबाद की सभा से ममता बनर्जी का तीखा वार

अपने भाषण के शुरू से लेकर अंत तक ममता बनर्जी ने एकता और आपसी मेलजोल का संदेश दिया। उन्होंने एक अभिभावक की तरह चेतावनी देते हुए कहा, 'किसी भी उकसावे में मत आएं।'

By Tuhina Mandal, Posted By : Moumita Bhattacharya

Dec 04, 2025 16:10 IST

तृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को मुर्शिदाबाद के भरतपुर के विधायक हुमायूं कबीर को पार्टी से सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ तृणमूल ने यह संदेश दिया है कि धर्म के नाम पर बांटने की राजनीति को कभी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उनके सस्पेंड होने की आधिकारिक घोषणा के कुछ ही घंटों बाद ही तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) मुर्शिदाबाद में सभा को संबोधित किया और दावा करते हुए कहा कि मुर्शिदाबाद जिले के लोग हिंसा पसंद नहीं करते है।

गुरुवार को उन्होंने मुर्शिदाबाद जिले के बहरमपुर स्टेडियम में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित किया। जब तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर ने 6 दिसंबर को बेलडांगा में 'बाबरी मस्जिद' की नींव रखने की घोषणा करके राजनीतिक विवाद को बढ़ावा दिया उस समय सबकी नजरें ममता बनर्जी पर ही टिकी हुई थी कि वह क्या संदेश देंगी? गुरुवार को अपने भाषण के दौरान तृणमूल सुप्रीमो ने विकास की जानकारी से लेकर केंद्र सरकार पर वंचित करने जैसे आरोप भी लगाए। इसके साथ ही उन्होंने SIR के मुद्दे पर भी अपनी बात कही।

अपने भाषण के शुरू से लेकर अंत तक उन्होंने एकता और आपसी मेलजोल का संदेश दिया। उन्होंने एक अभिभावक की तरह चेतावनी देते हुए कहा, 'किसी भी उकसावे में मत आएं।'

मुर्शिदाबाद के लोगों को हिंसा पसंद नहीं

अपने भाषण की शुरुआत में ममता बनर्जी ने साफ कर दिया कि इस जिले (मुर्शिदाबाद) के लोगों के जीवन में हिंसा की कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि बीच में धुलियान में एक घटना घटी थी, तब मैं खुद यहां आई थी। जंगीपुर में भी एक घटना घटने ही वाली थी लेकिन मैंने अल्पसंख्यक भाईयों को फोन किया। उन्होंने कहा कि वह सभी धर्मों के बीच सद्भाव में विश्वास रखती हैं। इस बात को उन्होंने स्पष्ट शब्दों में समझाते हुए कहा कि हम सांप्रदायिक सद्भावना की रक्षा करना चाहते हैं। हमारे संविधान ने हमें यही सिखाया है।

वक्फ मुद्दे पर ममता बनर्जी ने कहा

गुरुवार को तृणमूल सुप्रीमो ने वक्फ संपत्ती को लेकर भी एक अहम संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से कुछ बदमाश अफवाहें फैला रहे हैं कि राज्य सरकार धार्मिक जगहों - मस्जिदों, कब्रिस्तानों आदि को कलेक्टर के पास भू-अभिलेख नंबर 1 में रजिस्टर कर रही है। यह पूरी तरह से झूठ है। सभी धर्मों में कुछ देशद्रोही, बदमाश होते हैं, जो भाजपा का पैसा लेकर झूठी अफवाहें फैलाते हैं। याद रखें कि AI का जमाना है। इसका इस्तेमाल झूठी अफवाहों को फैलाने के लिए किया जा रहा है।

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ममता बनर्जी ने सागरदिघी थर्मल पावर प्लांट को लेकर बड़ी घोषणा करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि मुर्शिदाबाद जिले के सागरदिघी थर्मल पावर प्लांट में 660 MW की सुपर क्रिटिकल पावर यूनिट लगाई गई है। वहां से 10 दिसंबर से बिजली मिलेगी। इस प्रोजेक्ट की लागत लगभग 4,567 करोड़ रुपए है। इस यूनिट के चालू होने के बाद 16 लाख 70 हजार परिवारों को बिजली मिलेगी। 26 हजार लोगों के लिए प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।

मुर्शिदाबाद और मालदह में नदियों से होने वाला कटाव एक बड़ी समस्या है। ममता बनर्जी ने कहा कि मुर्शिदाबाद और मालदह जिलों में नदी का कटाव एक बड़ी समस्या है। 12,116 बीघा जमीन नदी में डूब गई है। प्रकृति हमारे हाथ में नहीं है। गंगा का कटाव रोकने से जुड़ा प्रोजेक्ट केंद्र के अधीन था।

जब फरक्का का पानी बांग्लादेश को दिया गया था, उस समय एक समझौता हुआ था। इस समझौते के तहत वहां ड्रेजिंग की जाएगी और राज्य को 700 करोड़ रुपए का अनुदान दिया जाएगा। बनर्जी ने आरोप लगाते हुए कहा कि आज तक फरक्का में ड्रेजिंग नहीं हुई है और न ही राज्य को 700 करोड़ रुपए का अनुदान मिला है। इस वजह से आम लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कतें हो रही हैं।

ममता बनर्जी ने आरोप लगाते हुए कहा कि नदी का कटाव रोकने के लिए 1,500 करोड़ रुपए की योजना को लागू करने के लिए केंद्र की अनुमति अभी तक नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि राज्य ने नदी का कटाव रोकने के लिए 136 करोड़ रुपए खर्च करके 17 योजनाएं शुरू की हैं।

SIR के मुद्दे पर ममता बनर्जी का वार

ममता बनर्जी ने SIR मुद्दे पर एक बार फिर से केंद्र पर निशाना साधा है। उन्होंने आम जनता को आश्वस्त करते हुए कहा कि डरो मत। उन्होंने कहा कि सभी दस्तावेज जमा किए जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने एक बार फिर से दोहराया कि बंगाल में कोई डिटेंशन कैंप नहीं होगा और न ही बंगाल में NRC की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा, 'अगर राज्य में SIR की इजाजत नहीं दी जाती तो चुनाव करवाने के बजाय राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाता।

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तृणमूल से सस्पेंड होते ही हुमायूं कबीर ने किया बड़ा ऐलान, कहा - मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद...

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