नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश से अवैध हथियार और कारतूस बिहार के कई इलाकों में भेजे जा रहे थे। इस साल की शुरुआत में इस मामले में एक एफआईआर दर्ज हुई थी। पूरे साल केंद्रीय एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं। अब उसी जांच के सिलसिले में गुरुवार सुबह से एनआईए के अधिकारी उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा के कई इलाकों में छापेमारी कर रहे हैं।
एनआईए सूत्रों के अनुसार, इस मामले में पहले कई लोगों को हिरासत में लिया गया था। उनकी पूछताछ के आधार पर इन जगहों की जानकारी मिली। गुरुवार सुबह से तीन राज्यों में कुल 22 स्थानों पर तलाशी चल रही है। एजेंसियों का दावा है कि यह एक संगठित सिंडिकेट का काम है जो कई राज्यों में अवैध हथियार और कारतूस की तस्करी करता है।
स्थानीय पुलिस की मदद से कई मकान, गोदाम और कारोबारी प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की जा रही है। एक अधिकारी ने बताया कि कई डिजिटल डिवाइस और दस्तावेज़ खंगाले जा रहे हैं। जांचकर्ताओं को शक है कि गिरफ्तार आरोपियों और सप्लायरों के बीच आर्थिक लेनदेन के सबूत मिल सकते हैं।
एनआईए अधिकारियों ने बताया कि ये हथियार और कारतूस बिहार और उसके आसपास के राज्यों में अवैध तरीके से भेजे जाते थे। इन तस्करों का कट्टरपंथी या आतंकी संगठनों से कोई संबंध है या नहीं यह भी जांचा जा रहा है।