इंडिगो एयरलाइंस (IndiGo Airlines) को पिछले 3 दिनों से फ्लाइट सेवाएं देने में दिक्कतें आ रही हैं। गुरुवार को भी कंपनी की बड़ी संख्या में फ्लाइट रद्द कर देनी पड़ी। बुधवार को दिल्ली में इंडिगो की 38, बेंगलुरु में 42, मुंबई में 33 और हैदराबाद में 19 उड़ानों को रद्द कर दिया गया। देश भर में सिर्फ नवंबर के महीने में ही एयरलाइंस कंपनी की 1,232 उड़ानों को रद्द किया गया था।
इसके अलावा कई फ्लाइट्स अपनी निर्धारित समय से काफी देर से उड़ान भर रही हैं। कहा जा रहा है कि यह स्थिति पायलटों की कमी के कारण पैदा हुई है। लेकिन इसका असर अब इंडिगो एयरलाइंस के शेयरों की कीमतों पर भी पड़ने लगा है।
इंडिगो की पेरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन की शेयर दरें गुरुवार को करीब 3 प्रतिशत गिरकर ₹5,405 पर आ गया। सिर्फ गुरुवार ही नहीं यह स्टॉक पिछले कुछ ट्रेडिंग सेशन में भी नीचे था। इस वजह से पिछले पांच ट्रेडिंग सेशन में इस स्टॉक की दरें कुल मिलाकर करीब 7 प्रतिशत से ज्यादा गिर चुकी है।
पिछले एक महीने में इस स्टॉक की दरों में करीब 2 प्रतिशत की कमी आयी है। हालांकि पिछले एक साल में इस कंपनी के स्टॉक की दरें लगभग 27 प्रतिशत बढ़ी हैं। देश की इस एविएशन कंपनी के स्टॉक ने पिछले पांच सालों में 217 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
पिछले महीने से फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट को लेकर नए नियम लागू किए गए हैं। इसकी वजह से पायलटों की ड्यूटी और आराम के समय में बदलाव हुए हैं। इसके बाद से ही इंडिगो एयरलाइंस में पायलटों की कमी साफ दिखने लगी है। बताया जाता है कि इस वजह से ही हर दिन कई उड़ानों को रद्द करना पड़ रहा है जिसका असर कंपनी की शेयर दरों पर भी पड़ा है।