भारत में वस्तु एवं सेवा कर (GST) की वसूली में इस वर्ष नवंबर महीने में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वित्त मंत्रालय द्वारा जारी प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, नवंबर में देश का कुल जीएसटी राजस्व 1,70,276 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले वर्ष के नवंबर महीने की तुलना में मात्र 0.7% अधिक है।
नवंबर में वसूले गए कर में 34,843 करोड़ रुपये CGST, 42,522 करोड़ रुपये SGST और 92,910 करोड़ रुपये IGST शामिल हैं। IGST का बड़ा हिस्सा आयात पर लगने वाले कर से आया है। पिछले वर्ष नवंबर में कुल जीएसटी संग्रह 1,69,016 करोड़ रुपये था।
हालांकि नवंबर महीने में घरेलू (अभ्यंतरीय) जीएसटी संग्रह में गिरावट दर्ज की गई है। आंकड़ों के मुताबिक, आयात को छोड़कर देश का घरेलू जीएसटी संग्रह 1,24,300 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष नवंबर की तुलना में 2.3% कम है। दूसरी ओर, आयात-आधारित जीएसटी 10.2% बढ़कर 45,976 करोड़ रुपये हो गया।
रिफंड घटाने के बाद नवंबर में नेट जीएसटी संग्रह 1,52,079 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष नवंबर की तुलना में 1.3% अधिक है। घरेलू नेट राजस्व भले ही 1.5% घटा हो, लेकिन आयात-आधारित नेट संग्रह में 11.6% की बढ़ोतरी से यह कमी पूरी हो गई।
राज्यवार जीएसटी संग्रह में मिश्रित तस्वीर देखने को मिली। महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और ओडिशा-इन चार राज्यों में प्री-सेटलमेंट SGST संग्रह सकारात्मक रहा। वहीं उत्तर प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और हरियाणा में जीएसटी संग्रह में कमी आई। कुल मिलाकर प्री-सेटलमेंट SGST संग्रह 1% घटकर 42,522 करोड़ रुपये पर आ गया।
नवंबर का जीएसटी संग्रह वास्तव में अक्टूबर महीने के कारोबारी माहौल को दर्शाता है। त्योहारों के मौसम में लेनदेन बढ़ने से आम तौर पर इस अवधि में जीएसटी संग्रह बढ़ता है। लेकिन इस वर्ष 22 सितंबर से कई वस्तुओं पर जीएसटी दरों में कटौती की गई, जिसका असर कुल जीएसटी वसूली पर भी पड़ा है।