सर्दियों का मौसम आते ही लोग अपना बैग पैक करते हैं और किसी न किसी टूरिस्ट डेस्टिनेशन की तरफ निकल पड़ते हैं। बंगाल में अधिकांश लोगों को उत्तर बंगाल में दार्जिलिंग, कालिम्पोंग समेत दूसरे ऑफबीट जगहों पर जाना खूब पसंद आता है।
बड़ी संख्या में लोग होटल की बुकिंग से पहले ही फ्लाइट के टिकट खरीद लेते हैं ताकि ऐन मौके पर सीट फुल हो जाने जैसी परेशानी न झेलनी पड़े। इसके अलावा कई लोग ऑफिस के काम से भी उत्तर बंगाल आते-जाते रहते हैं। लेकिन पिछले 3 दिनों से एयरलाइंस कंपनी IndiGo की यात्री सेवाओं की जो स्थिति है, उससे आम लोगों को ही सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोलकाता के साथ ही दुर्गापुर एयरपोर्ट से भी IndiGo एयरलाइंस की कई फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया है। गुरुवार की सुबह 6 से 10 बजे के बीच IndiGo की 11 उड़ानों को रद्द किया गया है। इसके साथ ही बड़ी संख्या में उड़ानें डिले भी हो रही हैं।
बुधवार को दिल्ली जाने वाली IndiGo की उड़ान संख्या 6E 2079 गुरुवार की सुबह टेकऑफ कर पायी। वहीं दुर्गापुर के काजी नजरुल इस्लाम एयरपोर्ट से बुधवार को मुंबई जाने वाली फ्लाइट उड़ान ही नहीं भर पायी। गुरुवार को चेन्नई जाने वाली उड़ान को रद्द कर दिया गया। एयरपोर्ट प्रबंधन का दावा कि बाकी सभी रुट्स पर फ्लाइट्स का संचालन किया जा रहा है लेकिन उड़ानों में देरी हो रही है।
बता दें, काजी नजरुल इस्लाम एयरपोर्ट से IndiGo की उड़ानें दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, भुवनेश्वर, बागडोगरा, गुवाहाटी और बनारस के लिए आवाजाही करती हैं। लेकिन पिछले 2-3 दिनों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स को रद्द कर देना पड़ा है। काजी नजरुल इस्लाम एयरपोर्ट के निदेशक कैलाश मंडल का कहना है कि बुधवार को मुंबई और गुरुवार को चेन्नई की उड़ान को रद्द किया गया है।
बाकी सेवाएं सामान्य हैं। हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि अपने निर्धारित समय से उड़ानें थोड़ी देर से चल रही हैं। लेकिन उन्होंने इसके लिए IndiGo को नहीं बल्कि सर्दियों के मौसम को जिम्मेदार ठहराया है।
फ्लाइट्स के देर से उड़ान भरने और रद्द होने की वजह से यात्रियों में नाराजगी देखी जा रही है। दुर्गापुर के काजी नजरुल इस्लाम एयरपोर्ट पर एक यात्री असीम नंदी ने बताया कि उन्हें इलाज के लिए चेन्नई जाना था। लेकिन सुबह ही पता चला कि उड़ान रद्द हो गयी है। अब पता नहीं कैसे जाएंगे।
पर क्यों हुई यह स्थिति?
IndiGo एयरलाइंस की तरफ से बुधवार को ही विज्ञप्ति जारी कर बताया गया था कि प्रतिकूल मौसम, तकनीकी समस्या और विमानकर्मियों की संशोधित कार्यों की सूची यानी फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) जैसी कई समस्याओं की वजह से ही सारी परेशानी हो रही है। बता दें, हाल ही संशोधित FDTL लागू की गयी है जिसमें कहा गया है कि एक विमानकर्मी को दिन में 8 घंटा, सप्ताह में 35 घंटा, महीने में 125 घंटा और साल में सर्वाधिक 1000 घंटा ही काम करना होगा।
सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि इस नियम को लागू करने में ही कर्मचारियों की कमी की परेशानी से एयरलाइंस कंपनी जूझ रहा है। हालांकि कुछ लोगों का दावा है कि इस निर्देशिका को लागू हुए लगभग 1 महीने का समय बीत चुका है। फिर दिसंबर में ही क्यों ऐसी परिस्थिति पैदा हुई है? हालांकि इस सवाल का कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल सका है।