इस्लामाबाद: पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने गुरुवार को पूर्व खुफिया प्रमुख फ़ैज़ हमीद को सेना के नियमों के उल्लंघन के आरोप में 14 साल की कठोर कैद की सजा सुनाई है।
पाकिस्तानी सेना के बयान के अनुसार 12 अगस्त 2024 को फ़ील्ड जनरल कोर्ट मार्शल की कार्यवाही शुरू की गई थी। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार लेफ्टिनेंट जनरल हमीद पर चार आरोप लगाए गए थे, जिनमें राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होना, ऑफ़िशियल सीक्रेट्स एक्ट का उल्लंघन, सरकारी अधिकार और संसाधनों का दुरुपयोग, तथा व्यक्तियों को अनुचित नुकसान पहुँचाना शामिल है।
यह पहली बार है जब शक्तिशाली इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस के किसी पूर्व प्रमुख को दोषी ठहराया गया है। फ़ैज़ हमीद 2019 से 2021 तक आईएसआई के महानिदेशक रहे थे। इसके बाद वे XXXI कॉर्प्स के कमांडर रहे और 10 दिसंबर 2022 को समय से पहले सेवानिवृत्त हो गए।
सेना ने कहा कि विस्तृत कानूनी कार्यवाही के बाद हमीद को सभी आरोपों में दोषी पाया गया और गुरुवार के दिन उन्हें 14 साल की सजा सुनाई गई। बयान में बताया गया कि कोर्ट मार्शल ने सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया और अभियुक्त को अपनी पसंद की कानूनी टीम रखने का पूरा अधिकार दिया गया। दोष सिद्ध होने के बाद उन्हें अपील करने का अधिकार भी है। सेना ने कहा कि राजनीतिक अस्थिरता फैलाने और कुछ अन्य मामलों में उनकी कथित संलिप्तता पर अलग से कार्रवाई जारी है।