दक्षिणी चीन के गुआंगडोंग प्रांत में बुधवार को एक भीषण आग हादसे ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। शान्ताउ शहर के चाओनान जिले में स्थित एक चार मंजिला रिहायशी बिल्डिंग में अचानक भीषण आग भड़क उठी। सरकारी मीडिया के मुताबिक, इस घटना में कुल 12 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई अन्य लोग प्रभावित हुए हैं।
स्थानीय फायर डिपार्टमेंट ने बताया कि जिस इमारत में आग लगी, वह खुद से बनाई गई रीइन्फोर्स्ड कंक्रीट संरचना थी। आग इतनी तेजी से फैली कि 150 वर्ग मीटर का इलाका इसकी चपेट में आ गया। दमकलकर्मियों को आग पर काबू पाने में काफी वक्त लगा। टीम का कहना है कि आग लगने के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए जांच गहन रूप से जारी है।
सुरक्षा मानकों की समीक्षा शुरू
शुरुआती रिपोर्टों में हादसे में 8 लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी और 4 घायलों को अस्पताल ले जाया गया था। हालांकि, बाद में सरकारी मीडिया एजेंसी शिन्हुआ ने अपडेट देते हुए बताया कि मृतकों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। इस घटना के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर है और अधिकारियों ने सुरक्षा मानकों की समीक्षा शुरू कर दी है।
पिछले महीने हांगकांग में लगी थी आग
यह हादसा ऐसे समय में हुआ है जब चीन में ऊंची इमारतों में आग लगने के मामलों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। पिछले महीने हांगकांग में लगी भयावह आग में 160 लोगों की मौत के बाद चीनी प्रशासन ने पूरे देश में हाई-राइज बिल्डिंग्स के लिए फायर सेफ्टी अभियान शुरू किया था। गुआंगडोंग प्रांत, जो हांगकांग से लगा हुआ है, में भी कई जगह निरीक्षण अभियान चलाया गया था, लेकिन शान्ताउ की इस घटना ने एक बार फिर आग सुरक्षा तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
फायर एंड रेस्क्यू विभाग ने कहा कि आग के बाद की प्रक्रियाएं जैसे मलबा हटाना, सुरक्षा जांच, और इमारत की संरचना का मूल्यांकन व्यवस्थित रूप से की जा रही हैं। अधिकारियों ने मृतकों के परिवारों को सहायता देने और घायलों के इलाज के उचित प्रबंध की भी घोषणा की है।हादसे ने एक बार फिर चीन में तेजी से बने रिहायशी ढांचों की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों की वास्तविक स्थिति पर बहस छेड़ दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि आग सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन कराना और निरीक्षण तंत्र को मजबूत करना बेहद जरूरी हो गया है, ताकि आगे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।