नई दिल्ली: श्रम और रोजगार मंत्रालय ने बुधवार को माइक्रोसॉफ़्ट के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता किया। इस मौके पर भारत के श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया और माइक्रोसॉफ़्ट के CEO सत्य नडेला मौजूद थे। इस समझौते से भारत में नौकरियों के अवसर बढ़ाने, युवाओं को एआई (AI) जैसी नई तकनीकों की ट्रेनिंग देने और उन्हें दुनिया भर की नौकरी के मौके पाने में मदद मिलेगी।
समझौते से क्या होगा?: माइक्रोसॉफ़्ट अपनी अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से 15,000 से ज्यादा कंपनियों को सरकार के नेशनल करियर सर्विस (NCS) प्लेटफ़ॉर्म से जोड़ने में मदद करेगा। इससे युवाओं को अधिक और बेहतर नौकरी के अवसर मिलेंगे। DigiSaksham प्रोग्राम के जरिए लाखों युवाओं को AI, क्लाउड, साइबर सुरक्षा और कंप्यूटर के आधुनिक टूल्स की ट्रेनिंग दी जाएगी। ये कदम भारत के युवाओं को भविष्य की नौकरियों के लिए तैयार करेंगे और उन्हें विदेशों में भी अवसर दिलाने में मदद करेंगे।
मंत्री मंडाविया ने क्या कहा?: मंडाविया ने कहा कि यह साझेदारी भारत के युवाओं के लिए बड़े अवसर खोलेगी। उन्होंने बताया कि 2015 में सिर्फ 19% लोग सामाजिक सुरक्षा के दायरे में थे। 2025 में यह बढ़कर 64.3% हो गया है यानी 94 करोड़ से ज्यादा लोग अब इस सुरक्षा से जुड़े हैं। e-Shram और NCS जैसे प्लेटफ़ॉर्म में AI जोड़कर सरकार सामाजिक सुरक्षा को और मजबूत बना रही है।
सत्य नडेला ने क्या कहा?: सत्य नडेला ने भारत के सामाजिक सुरक्षा में तेज़ सुधार की तारीफ की। उन्होंने e-Shram पोर्टल की सराहना करते हुए कहा कि इससे करोड़ों असंगठित मजदूर सरकार की योजनाओं से जुड़ पाए। नडेला ने कहा कि माइक्रोसॉफ़्ट भारत को एक मजबूत Employment Digital Public Infrastructure बनाने में मदद करना चाहता है, जिससे नौकरी की व्यवस्था और भी आसान और आधुनिक बन सके।