कांग्रेस सांसद थरूर को 'वीर सावरकर पुरस्कार' मिलने की जानकारी नहीं

एक्स पर पोस्ट करते हुए थरूर ने लिखा, 'मुझे मीडिया रिपोर्टों से पता चला कि मुझे ‘वीर सावरकर पुरस्कार’ का प्राप्तकर्ता घोषित किया गया है, जिसे आज दिल्ली में प्रदान किया जाना है। मुझे इस घोषणा के बारे में कल ही केरल में पता चला, जहाँ मैं स्थानीय स्वशासन चुनावों में वोट डालने गया था।

By डॉ. अभिज्ञात

Dec 10, 2025 22:40 IST

नई दिल्ली : कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बुधवार को उस 'वीर सावरकर पुरस्कार' के बारे में जानकारी होने से इनकार किया, जिसे बुधवार को उन्हें दिया जाना था। थरूर ने कहा कि उन्हें ऐसे किसी पुरस्कार के बारे में पता ही नहीं था। थरूर ने राष्ट्रीय राजधानी में पत्रकारों से कहा कि उन्हें इस पुरस्कार के बारे में मंगलवार को ही पता चला और वे समारोह में नहीं जा रहे हैं।

एक्स पर पोस्ट करते हुए थरूर ने लिखा, 'मुझे मीडिया रिपोर्टों से पता चला कि मुझे ‘वीर सावरकर पुरस्कार’ का प्राप्तकर्ता घोषित किया गया है, जिसे आज दिल्ली में प्रदान किया जाना है। मुझे इस घोषणा के बारे में कल ही केरल में पता चला, जहाँ मैं स्थानीय स्वशासन चुनावों में वोट डालने गया था। तिरुवनंतपुरम में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मैंने स्पष्ट कर दिया था कि मुझे ऐसे किसी पुरस्कार की न तो जानकारी है और न ही मैंने ऐसा कोई पुरस्कार स्वीकार किया है और आयोजकों की ओर से मेरी सहमति के बिना मेरा नाम घोषित करना गैर–जिम्मेदाराना कदम है।’

उन्होंने आगे कहा, 'इसके बावजूद आज दिल्ली में कुछ मीडिया संस्थान फिर वही सवाल पूछ रहे हैं। इसलिए मैं यह बयान जारी कर रहा हूँ ताकि मामले को पूरी तरह स्पष्ट कर सकूँ। पुरस्कार की प्रकृति, उसे प्रदान करने वाले संगठन या अन्य किसी संदर्भ के बारे में स्पष्ट जानकारी के अभाव में आज कार्यक्रम में शामिल होने या पुरस्कार स्वीकार करने का प्रश्न ही नहीं उठता।’

10 दिसम्बर को वीर सावरकर इंटरनेशनल इम्पैक्ट अवॉर्ड 2025 हाई रेंज रूरल डेवलपमेंट सोसाइटी का यह कार्यक्रम NDMC कन्वेंशन हॉल में आयोजित था, जिसमें उन व्यक्तियों और संगठनों को प्रकाश में लाया गया, जिनके कार्यों ने राष्ट्रीय विकास, सामाजिक सुधार और मानवीय सेवा में ठोस बदलाव पैदा किए हैं। ये पुरस्कार वीर सावरकर की उस विरासत पर आधारित हैं, जिनका भारत के राजनीतिक और सामाजिक चिंतन पर प्रभाव आज भी बहस और विचारों को प्रेरित करता है।

वहीं, कांग्रेस नेता के. मुरलीधरन ने बुधवार को कहा कि कोई भी पार्टी सदस्य, जिसमें सांसद शशि थरूर भी शामिल हैं, वीर सावरकर के नाम पर कोई पुरस्कार स्वीकार नहीं करना चाहिए क्योंकि सावरकर ने ब्रिटिशों के सामने झुक गया था। उन्हें यह विश्वास नहीं है कि थरूर यह पुरस्कार स्वीकार करेंगे क्योंकि ऐसा करने से कांग्रेस का अपमान होगा और उसे शर्मिंदगी उठानी पड़ेगी।

Prev Article
चीन ने तिब्बती शिक्षा विशेषज्ञ चोगत्रुल डॉर्जी तेनज़िन को किया गिरफ्तार, सांस्कृतिक संस्थान को किया बंद

Articles you may like: