SIR के एन्यूमरेशन की प्रक्रिया खत्म हो चुकी है। मात्र 1 दिन बाद चुनाव आयोग राज्य के मतदाता सूची का ड्राफ्ट जारी करने वाला है। इसके बावजूद SIR को लेकर लोगों के मन में बैठा डर खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। मिली जानकारी के अनुसार नदिया के धानतला थाना में एक बार फिर से SIR के डर से आत्महत्या का मामला सामने आया है। घटना थानाक्षेत्र के माटीकुमरो गांव की बतायी जाती है जहां 60 वर्षीय एक वृद्ध का फंदे से लटकता हुआ शव बरामद किया गया है। दावा किया जा रहा है कि वृद्ध ने SIR के डर से ही आत्महत्या की है।
मृतक का नाम सुशांत विश्वास (60) बताया जाता है। रविवार की सुबह गांव के मध्यपाड़ा में सुशांत विश्वास के घर से ही उनका शव बरामद किया गया है। कुछ पड़ोसियों के अलावा स्थानीय पंचायत प्रधान एवं तृणमूल ब्लॉक सभापति ने भी परिवार के सामने ही आरोप लगाया कि SIR के डर से ही उन्होंने आत्महत्या की है।
वहीं भाजपा के स्थानीय नेताओं का आरोप है कि अगर उन्होंने SIR के डर से ही आत्महत्या की है तो इसके लिए तृणमूल कांग्रेस ही जिम्मेदार है। भाजपा का आरोप है कि तृणमूल ही SIR को लेकर झूठा प्रचार कर रही है। कुल मिलाकर वृद्ध की मौत के बाद से राजनैतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है।
वहीं मृत्यु के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। स्थानीय नोकाड़ी ग्राम पंचायत के प्रधान तृणमूल के भानुमति मिस्त्री का कहना है कि सुशांत विश्वास मेरे पड़ोसी थी। पिछले 2 महीनों से वह अपने डर के बारे में बात कर रहे थे। मैंने उन्हें समझाया भी था कि हमारी पार्टी उनके साथ है। डरने की कोई बात नहीं है।
साल 2002 के वोटर लिस्ट में उनका नाम नहीं था लेकिन उनकी मां का था। हमने उन्हें बहुत बार समझाया था कि चिंता न करें। इस बीच यह घटना घट गयी। तृणमूल के राणाघाट -2 बी ब्लॉक सभापति रुपंकर बंद्योपाध्याय ने कहा कि हम पार्टी स्तर पर पता कर रहे हैं। उनके परिवार में कोई समस्या नहीं थी। घर में बेटी-नातिन भी आयी हुई है। उनसे भी वृद्ध ने एक ही बात कही थी। बताया जाता है कि घटना के वक्त पत्नी, बेटी और नातिन घर के दूसरे कमरे में थी।
भाजपा के राणाघाट सांगठनिक जिला के प्रवक्ता सोमनाथ कर का दावा कि पारिवारिक अथवा अन्य किसी कारण से अगर कोई आत्महत्या करता है या हार्ट अटैक से किसी की मृत्यु होती है तब भी मौत का कारण तृणमूल SIR ही बता रही है। वृद्ध की मौत किन कारणों से हुई है पुलिस इसकी जांच कर रही है और कारणों का पता लगाएगी। अगर उन्होंने SIR के डर से आत्महत्या की है तो इसकी जिम्मेदारी तृणमूल की है। क्योंकि तृणमूल ने ही आम जनता के मन में SIR को लेकर डर बैठा दिया है।