रात को सोने से पहले मोबाइल पर थोड़ा समय सोशल मीडिया पर बिताना, दोस्तों को मैसेज करना जैसी आदतें आज के समय में आम बात हो गयी है। मोबाइल का चार्ज खत्म होने पर उसे चार्ज पर लगाकर ही सोशल मीडिया स्क्रोल करना, गाने सुनना, ऑनलाइन किताबें पढ़ने से लेकर जरूरी काम निपटाने जैसे कई काम लोग करते हैं। लेकिन मोबाइल फोन चार्ज पर लगाकर स्क्रोल करना ही अनिर्वाण खांड़ा के लिए जानलेवा साबित हो जाएगी, इस बात का कोई अंदाजा नहीं था।
घटना सोमवार की रात को पूर्व मिदनापुर जिले के पांशकुड़ा थाना इलाके की बतायी जाती है, जब 34 वर्षीय सिविल इंजीनियर अनिर्वाण खांड़ा ने इसी गलती को दोहराया। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अनिर्वाण पूर्व मिदनापुर जिले मदनमोहनपुर गांव का रहने वाला था। सोमवार की रात को वह खाना खाकर अपने कमरे में गया। लेकिन अगले दिन सुबह 9 बज जाने के बाद भी जब अनिर्वाण खांड़ा अपने कमरे से बाहर नहीं आया तो परिजनों को संदेह हुआ। उन्होंने अनिर्वाण को पुकारना शुरू किया।
कमरे से कोई जवाब न पाकर परिजनों ने पड़ोसियों को बुलाया। सबने मिलकर कमरे का दरवाजा तोड़ा तो अंदर बिस्तर पर अनिर्वाण बैठा हुआ था। उसका सिर थोड़ा नीचे की ओर झुका हुआ था। उसके हाथों में एक्सटेंशन बोर्ड का तार लिपटा हुआ था। उसी बोर्ड पर मोबाइल फोन चार्ज पर तब भी लगा हुआ था। परिजनों का अनुमान है कि एक्सटेंशन बोर्ड पर चार्ज पर लगाकर अनिर्वाण मोबाइल स्क्रोल कर रहा था। उसी समय किसी प्रकार हाथ में तार लिपट जाने से उसे बिजली का झटका लग गया।
अनिर्वाण खांड़ा को तुरंत स्थानीय डॉक्टर के पास ले जाया गया लेकिन वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। बाद में पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए तमलुक जिला अस्पताल भेज दिया गया। मृतक की भाभी देवश्री का कहना है, 'उसे देर से जागने की आदत थी। लेकिन सुबह 9 बज जाने के बावजूद जब नहीं जागा तो सभी ने पुकारना शुरू कर दिया।
पता चला कि बिजली का झटका लगने से उसकी मौत हो गयी है। वह परिवार का एकमात्र कमाऊ बेटा था। अब कैसे सब होगा, समझ में ही नहीं आ रहा है।' बताया जाता है कि पुलिस ने अप्राकृतिक मौत का मामला दायर कर लिया है। पांशकुड़ा थाना के ओसी समर दे का कहना है, 'परिवार ने दावा किया है कि स्पर्शाघात से मौत हुई है। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह पता चल सकेगी।'