राबड़ी देवी सरकारी बंगला खाली नहीं करेंगी: RJD का ऐलान

निर्माण विभाग के नोटिस के बाद RJD ने नीतीश सरकार पर लगाया राजनीतिक दुर्भावना का आरोप

By श्वेता सिंह

Nov 26, 2025 18:07 IST

पटना। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने बुधवार को स्पष्ट कर दिया कि पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी अपना सरकारी आवास छोड़ने वाली नहीं हैं। राज्य भवन निर्माण विभाग द्वारा उन्हें 39, हार्डिंग रोड स्थित नए आवास में स्थानांतरित होने का निर्देश देने के एक दिन बाद पार्टी की यह प्रतिक्रिया सामने आई है। विभाग ने इस बंगले को विधान परिषद में नेता विपक्ष के आधिकारिक आवास के रूप में “चिह्नित” किया है।

"10, सर्कुलर रोड किसी भी हालत में खाली नहीं होगा"

RJD के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 10, सर्कुलर रोड-जो मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास 1, अणे मार्ग के ठीक सामने है, राबड़ी देवी किसी भी परिस्थिति में खाली नहीं करेंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह निर्णय “एनडीए की राजनीतिक दुर्भावना” से प्रेरित है। मंडल ने सवाल उठाया, “अगर विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष के लिए आवास चिह्नित करना इतना जरूरी था तो पिछले 20 वर्षों में ऐसा क्यों नहीं किया गया? और अगर करना ही था, तो 10, सर्कुलर रोड क्यों नहीं चुना गया जहां दो पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद और राबड़ी देवी रहते हैं?”

‘पूर्व मुख्यमंत्रियों के लिए आजीवन आवास’ प्रावधान खत्म होने की सफाई

राज्य मंत्री संतोष कुमार सुमन ने कहा कि राबड़ी देवी को मिला आवास उस समय के प्रावधानों के तहत दिया गया था जब पूर्व मुख्यमंत्रियों के लिए आजीवन आवास की व्यवस्था थी। “बाद में इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश के चलते यह प्रावधान खत्म किया गया। सरकार किसी से अधिकार नहीं छीन रही, लेकिन किसे कौन सा आवास मिलेगा, यह सरकारी अधिकार है,” सुमन ने कहा।

नीतीश पर भाजपा को खुश करने का आरोप

मंगनी लाल मंडल ने दावा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह निर्णय BJP को खुश करने के लिए लिया है। उन्होंने कहा, “भाजपा के बढ़ते दबाव के कारण नीतीश कुमार को गृह विभाग छोड़ना पड़ा। वे BJP की नाराजगी से बचने के लिए लालू जी का अपमान कर रहे हैं ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी टीम को खुश कर सकें।”

"हम विपक्ष में हैं, लेकिन जनता का समर्थन हमारे साथ ज्यादा"

पीटीआई रिपोर्ट के मुताबिक, राजद अध्यक्ष ने कहा कि हालिया विधानसभा चुनाव में NDA भले ही सत्ता में है, पर वोट प्रतिशत के मामले में जनता का समर्थन राजद के पक्ष में ज्यादा था। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक राजद को एक करोड़ से अधिक वोट मिले, जबकि भाजपा को 90 लाख से भी कम।

खराब प्रदर्शन पर समीक्षा, पर हार नहीं मानी

राजद की बैठक में चुनावी परिणामों की समीक्षा के बाद मंडल ने कहा, “हम चुनाव नहीं हारे, सिस्टम हमारे खिलाफ काम कर रहा था। हमें खुद को विजेता मानना चाहिए, हारा हुआ नहीं।” उन्होंने आरोप लगाया कि BJP–JDU गठबंधन ने विशाल संसाधनों, हेलीकॉप्टरों, चार्टर्ड विमानों और कॉरपोरेट चंदों की ताकत से चुनाव लड़ा, जबकि तेजस्वी यादव को सीमित संसाधनों में मुकाबला करना पड़ा।

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नीतीश सरकार का बड़ा फैसलाः राबड़ी देवी को सरकारी बंगला खाली करने का आदेश

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