एक दिन का मौन व्रत रखने के बाद प्रशांत किशोर ने एक बड़ी घोषणा की । बिटिहारवा गांधी आश्रम में उपवास के बाद जन सूरज के संस्थापक ने बताया कि आने वाले पांच साल में वह अपनी कुल आय का 90 प्रतिशत और दिल्ली का एक घर छोड़कर अपनी सारी चल और अचल संपत्ति जन सूराज को दान करेंगे ताकि उनकी पार्टी बिहार विकास अभियान में आगे बढ़ सके।
जनता से मांगे 1,000 रुपये
इस बड़े ऐलान के बाद उन्होंने राज्य के लोगों से भी इस पहल में जुड़ने का आह्वान किया। उन्होंने अनुरोध किया कि यदि बिहार की जनता सच में बिहार के विकास की इच्छा रखती है तो वे जन सूराज को कम से कम 1,000 रुपये का दान दें।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, इस कदम के माध्यम से प्रशांत किशोर ने एक तरफ अपनी पार्टी के लिए विशाल कोष सुनिश्चित किया, वहीं जनता के बीच उनकी विश्वसनीयता और बिहार के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और मजबूत हुई।
पीके की वर्तमान संपत्ति कितनी है?
पीके ने बिहार के चुनाव में प्रतिद्वंदिता नहीं की। इसलिए उनके नामांकन पत्र के साथ जमा हलफनामे से उनकी आय-व्यय की जानकारी नहीं मिलती है। हालांकि, 2024 के नवंबर की शुरुआत में प्रशांत किशोर ने बताया कि पिछले तीन वर्षों में उन्होंने लगभग 241 करोड़ रुपये की आय की है। इसमें से 99 करोड़ रुपये उन्होंने जन सूराज पार्टी को दान किए। अपनी आय पर उन्होंने GST के रूप में 31 करोड़ रुपये और आयकर के रूप में 20 करोड़ रुपये दिये। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उनकी वर्तमान संपत्ति लगभग 55 से 60 करोड़ रुपये के बीच है।