पटना। गुरुवार का दिन बिहार की राजनीति के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया है। नीतीश कुमार ने 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। शपथ ग्रहण समारोह में इस अनोखे राजनीतिक क्षण का गवाह बनने के लिए देशभर के NDA नेता पटना में एकत्र हुए। गांधी मैदान में जश्न का माहौल था। "डबल इंजन सरकार" के प्रति जनता की आस्था का संदेश साफ दिखा।
योगी बोले — “यह जनादेश नीतीश जी के अनुभव और सरकार के प्रयासों का परिणाम है”
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक , पटना पहुंचते ही यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार की जनता और नई सरकार को बधाई दी। उन्होंने कहा — “यह नीतीश जी के विशाल अनुभव और डबल इंजन सरकार की मेहनत का परिणाम है। बिहार की जनता को, नीतीश जी को और नए मंत्रिमंडल को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं।”
RLM विधायक स्नेह लता कुशवाहा ने कहा कि नीतीश का फिर सीएम बनना जनता के अपार विश्वास का प्रतीक है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा — “इतना शानदार जनादेश मिला है। यह जनता की सेवा करने का फिर अवसर है—इसलिए हर कोई जश्न में शामिल है।”
BJP के केंद्रीय पर्यवेक्षक केशव प्रसाद मौर्य ने कहा — “नीतीश जी, सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा—सभी को बधाई। यह सरकार बिहार को नई दिशा देगी।”
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने इसे बिहार का ऐतिहासिक क्षण बताया।
सिक्किम, गुजरात, मेघालय समेत देशभर के नेताओं की बधाईयों की बौछार
सिक्किम CM प्रेम सिंह तमांग: “यह जनता के विश्वास की जीत है।”
गुजरात डिप्टी CM हर्ष सांघवी: “यह जीत बिहार की जनता की है।”
मेघालय CM संगमा: “ऐतिहासिक जीत… NDA पर जनता ने भरोसा जताया।”
छत्तीसगढ़ डिप्टी CM विजय शर्मा: “बिहार में आई बहार है, NDA की फिर से आई सरकार है।”
महाराष्ट्र CM देवेंद्र फडणवीस: “बिहार की जनता ने मोदी–नीतीश पर भरोसा जताया।”
डिप्टी CM अजित पवार: “ऐतिहासिक जीत, जनता की बड़ी मुहर।”
दिल्ली और त्रिपुरा के सीएम भी शपथ ग्रहण समारोह में हुए शामिल
दिल्ली CM रेखा गुप्ता ने कहा — “यह जनता के विश्वास और विकास की जीत है।”
त्रिपुरा CM माणिक साहा बोले — “चुनाव प्रचार के दौरान ही महसूस हो गया था कि जनता मोदी–नीतीश पर कितना भरोसा करती है।”
शपथ से पहले नीतीश कुमार गांधी मैदान पहुंच गए थे, जहां उनके साथ उपमुख्यमंत्री बनने वाले सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी थे। NDA नेताओं में जोश और ऊर्जा साफ देखी गयी।
बिहार एक नए राजनीतिक अध्याय के दरवाजे पर खड़ा है—जहां जनता ने अनुभव, स्थिरता और विकास को फिर एक बार मौका दिया है।