बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को मंगलवार को नीतीश कुमार सरकार द्वारा नया सरकारी आवास आवंटित किया गया। इस निर्णय का मतलब है कि RJD की नेता को वह बंगला छोड़ना होगा जिसे वह कई सालों से कब्ज़ा किए हुए थीं।
राज्य के भवन निर्माण विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, राबड़ी देवी को 39, हार्डिंग रोड आवंटित किया गया है। इसका मतलब यह है कि उन्हें 10, सर्कुलर रोड छोड़ना होगा जो मुख्यमंत्री आवास और राज भवन के पास स्थित है और वर्षों से RJD के कैंप ऑफिस के रूप में इस्तेमाल होता रहा है।
RJD की प्रतिक्रिया और राजनीतिक तल्ख़ी
RJD के प्रवक्ता शक्ति यादव ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “भवन निर्माण मंत्री संवेदनशील व्यक्ति हैं। लेकिन यह निर्णय दिखाता है कि BJP का 1, अण्णे मार्ग (मुख्यमंत्री का आधिकारिक निवास) पर कितना प्रभाव है।”
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, भवन निर्माण विभाग का प्रभार वरिष्ठ JD(U) नेता विजय कुमार सिन्हा के पास है।
राबड़ी देवी की बेटी ने जताया गुस्सा
राबड़ी देवी की बेटी रोहिणी आचार्या, जिन्होंने हाल ही में आरोप लगाया था कि उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव के दुर्व्यवहार के कारण उन्हें माता-पिता का घर छोड़ना पड़ा, उन्होंने सोशल मीडिया पर गुस्से में प्रतिक्रिया दी।
रोहिणी ने अधिसूचना की स्क्रीनशॉट साझा करते हुए लिखा है, “यह ‘सुशासन बाबू’ (नीतीश कुमार) के शासन मॉडल का विकास है।”
उन्होंने कहा, “सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता लाखों लोगों के मसीहा लालू प्रसाद को अपमानित करना है। आप उन्हें घर से निकाल सकते हैं, लेकिन आप उनके दिल से कैसे निकालेंगे? अगर उनकी सेहत नहीं, तो राजनीतिक प्रतिष्ठा का ध्यान रखा जाना चाहिए था।”
रोहिणी ने अपने पिता और RJD अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का जिक्र करते हुए यह टिप्पणी की जो इस बंगले में अपनी पत्नी के साथ रह रहे हैं।
BJP का पक्ष और नियमों का पालन
BJP के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, “परिवार से नियमों के अनुसार घर खाली करने के लिए कहा जा रहा है। उनके पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए कड़ी निगरानी रखी जाएगी और सुनिश्चित किया जाएगा कि सरकारी संपत्ति को कोई नुकसान न पहुंचे।”
तेजस्वी यादव और पुराने आरोप
RJD नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर यह आरोप भी लगे थे कि उन्होंने 5, देशरत्न मार्ग में कब्ज़े के दौरान कई वस्तुएं अपने साथ ले ली थीं, जब तक पार्टी बिहार में सत्ता साझा करती थी।
इस निर्णय के बाद राबड़ी देवी और उनके परिवार के साथ-साथ बिहार राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। नए आवास का आवंटन और पुराने बंगलो से निकासी राजनीतिक और प्रशासनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण घटनाक्रम बन गया है।
तेज प्रताप को भी बंगला खाली करने का आदेश
विभाग द्वारा जारी एक अन्य नोटिफिकेशन के अनुसार, राबड़ी देवी के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को भी वह बंगला खोना पड़ सकता है जिसमें वे मंत्री रहते हुए रहते थे।
दो अन्य नोटिफिकेशन में नए गठित मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों को आवंटित बंगलों की सूची दी गई है।
इनमें से एक बंगला, जिसे अब तक तेज प्रताप यादव के द्वारा कब्जा किया गया था, उसे अब अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के मंत्री लाखेन्द्र कुमार रौशन को आवंटित किया गया है।
हाल ही के चुनावों में तेज प्रताप, जिन्होंने इस वर्ष अपने पिता द्वारा RJD से निष्कासन के बाद जनता शक्ति जनता दल की स्थापना की थी, राज्य विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित नहीं हो सके।