नयी दिल्लीः कांग्रेस पूरे देश में संविधान दिवस को ‘संविधान बचाओ दिवस’ के रूप में मना रही है। कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि आरएसएस और भाजपा संविधान पर हमला कर रहे हैं और उसे कमजोर कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह इस काम को सोच-समझकर आगे बढ़ा रहे हैं और संवैधानिक सिद्धांतों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि सरकार लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर कर रही है और संविधान का सम्मान नहीं कर रही। भाजपा आज भले ही संविधान को मानने की बात कर रही है, लेकिन यह सिर्फ दिखावा है क्योंकि संविधान बनाने में उनका कोई योगदान नहीं था। संविधान के मुख्य सिद्धांत न्याय, समानता, स्वतंत्रता, भाईचारा, धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद आज भाजपा के शासन में खतरे में हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि संविधान की प्रतियां जलाने वाले लोग अब दिखावे के लिए बाबासाहेब अम्बेडकर की मूर्ति पर फूल चढ़ाते हैं। अम्बेडकर और नेहरू ने मिलकर संविधान ही नहीं बनाया, बल्कि पूरी लोकतांत्रिक व्यवस्था भी खड़ी की। संविधान बनने के समय आरएसएस ने कहा था कि यह पश्चिमी मूल्यों पर आधारित है और उनका आदर्श ग्रंथ मनुस्मृति है। जो लोग कभी मनुस्मृति को संविधान से ऊपर मानते थे, वे अब राजनीतिक मजबूरी में संविधान का सम्मान करने का दिखावा कर रहे हैं।
वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि संविधान गरीबों के लिए सुरक्षा कवच है। उन्होंने लोगों से कहा कि वे प्रतिज्ञा करें कि संविधान पर किसी भी तरह के हमले की अनुमति नहीं देंगे। राहुल ने X पर लिखा कि संविधान सिर्फ एक किताब नहीं है, बल्कि हर भारतीय से किया गया वादा है। चाहे वह किसी भी धर्म, जाति, भाषा, क्षेत्र का हो, अमीर हो या गरीब उसे बराबरी, सम्मान और न्याय मिलेगा।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी कहा कि संविधान बनाने में आरएसएस की कोई भूमिका नहीं थी।आरएसएस ने संविधान लागू होने के बाद भी उसका विरोध किया और उसे कमजोर करने की कोशिश की और आज वही काम प्रधानमंत्री और गृह मंत्री कर रहे हैं। उन्होंने पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे नागरिकों से तो संवैधानिक कर्तव्यों को निभाने की अपील कर रहे हैं, लेकिन खुद ही कई कर्तव्यों का पालन नहीं कर रहे।