समाचार एई समय, फ्रेज़रगंज। बांग्लादेश की उथल-पुथल भरी स्थिति के बीच सोमवार दोपहर बंगाल की खाड़ी से एक और बांग्लादेशी ट्रॉलर को भारतीय तटरक्षक बल ने पकड़ लिया। बाद में उस ट्रॉलर में मौजूद 24 बांग्लादेशियों को फ्रेज़रगंज तट थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार लोग सभी बांग्लादेश के कॉक्सबाज़ार क्षेत्र के निवासी हैं, ऐसा उन्होंने पुलिस को बताया है। पिछले शनिवार, रविवार और सोमवार — लगातार तीन दिनों में तीन बांग्लादेशी ट्रॉलर पकड़े गए और 79 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया गया।
सीमा सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
लगातार ट्रॉलर-समेत बांग्लादेशियों के भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा पार कर सुंदरबन के तट पर घुस आने से सुंदरबन की समुद्री सीमा सुरक्षा प्रणाली चुनौती के सामने पड़ गई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोमवार दोपहर बंगाल की खाड़ी में गश्त के दौरान एफबी नूर-ए-मदीना नामक एक बांग्लादेशी ट्रॉलर को भारतीय विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईज़ेड) के लगभग दो नौटिकल मील भीतर देखा गया। तुरंत तटरक्षक बल के जहाज़ ने ट्रॉलर को पकड़ लिया। ट्रॉलर में मौजूद 24 मछुआरों को पकड़कर देर रात फ्रेज़रगंज मत्स्य बंदरगाह पर लाकर पुलिस के हवाले कर दिया गया।
क्या ये मछुआरे हैं या सीमा पार कर रहे नागरिक? पुलिस की पड़ताल जारी
पिछले शनिवार देर रात भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा उल्लंघन के आरोप में बांग्लादेशी ट्रॉलर एफबी आमिना गनी को पकड़ने के साथ-साथ 29 मछुआरों को गिरफ्तार किया गया था। रविवार दोपहर बांग्लादेशी एक और ट्रॉलर एफबी मायेर दुआ के साथ ही अन्य 26 मछुआरों को भी गिरफ्तार किया गया। सोमवार दोपहर एफबी नूर-ए-मदीना नामक बांग्लादेशी ट्रॉलर को पकड़ने के साथ पिछले तीन दिनों में तीन ट्रॉलर पकड़े गए और कुल 79 बांग्लादेशियों को फ्रेज़रगंज तट थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार लोग वास्तव में मछुआरे हैं, या फिर बांग्लादेश की उथल-पुथल स्थिति से बचने के लिए ट्रॉलर पर सवार होकर भारत में घुसपैठ कर रहे थे? पुलिस पूछताछ कर इसका पता लगाने की कोशिश कर रही है। इस बीच एक प्रेस बयान में भारतीय तटरक्षक बल की ओर से बताया गया है कि तटरक्षक बल के अमृत कौर और कमलादेवी नामक दो जहाज़ों ने उत्तर बंगाल की खाड़ी में अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा पर निगरानी के दौरान इन तीन बांग्लादेशी ट्रॉलरों समेत 79 बांग्लादेशियों को पकड़ा है।