हर साल की तरह इस साल भी केम्ब्रिज डिक्शनरी ने एक शब्द को चुनाव किया है। साल 2025 के लिए जिस शब्द को चुना गया है वह है 'Parasocial'। केम्ब्रिज डिक्शनरी के मुताबिक 'Parasocial' शब्द का अर्थ है, 'किसी व्यक्ति और प्रसिद्ध लेकिन अनजान शख्सियत, किसी किताब, फिल्म या टीवी सीरीज के किरदार अथवा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बीच का संबंध को महसूस करना।' दुनियाभर में चर्चित हुए इस एक शब्द के पीछे जिसका हाथ है, वह है कोलकाता में ही जन्मी डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर अनंग्शा मल्लिक।
अनंग्शा का सफर ठीक उतना ही रोमांचक है जितना यह शब्द खुद है। बंगाल से शुरू हुआ अनंग्शा का सफर उस समय एक आकर्षक मोड़ लेता है, जब उनकी बनायी एक मुहिम (Campaign) पूरी दुनिया में छा जाता है। अनंग्शा का मानना है, 'रचनात्मकता की अपनी अलग ही भाषा होती है और यहीं वह भाषा है जिसे मैंने सबसे पहले सीखा था।' एक आम बंगाली परिवार में पली-बढ़ी होने के बावजूद अनंग्शा मल्लिक हमेशा से ही कला, संगीत, किताबें और फोटोग्राफी आदि के बजाए अपने सपनों की दुनिया में ही खोई रहती थी।
एक खास बातचीत के दौरान अनंग्शा ने कहा, 'शुरुआती दिनों से ही रचनात्मकता में डूबे रहने की वजह से दुनिया को देखने का मेरा नजरिया और आखिरकार स्टोरीटेलिंग, कनेक्शन बनाने और किसी आइडिया के पीछे की भावनात्मक सच्चाई को ढूंढने के तौर पर मार्केटिंग को देखने का मेरा नजरिया बना।' कोलकाता में जन्मी अनंग्शा साल 2009 में मुंबई गयी, जहां से उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने इकोनॉमिक्स में स्नातक (Graduation) की पढ़ाई पूरी की। यूनिवर्सिटी में पढ़ते समय ही अनांग्शा को मार्केटिंग से लगाव महसूस होने लगा था।
उनका कहना है, 'मुझे रचनात्मकता, रणनीति बनाना और दर्शकों को समझकर काम करना अच्छा लगने लगा। इस वजह से ही मैंने अपने कॉलेज के पहले साल से ही यह सीखना शुरू कर दिया था कि एक असली कैम्पेन कैसे बनाया जाता है, कैसे अलग-अलग टीम कुछ अच्छा बनाने के लिए मिलकर काम करते हैं।'
अनंग्शा के जीवन का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाएंट साल 2021 में आया जब वह इंग्लैंड की क्रैनफिल्ड यूनिवर्सिटी (Cranfield University) से स्ट्रैटेजिक मार्केटिंग में एमएससी करने गयी। वहां जाने के बाद ही अनंग्शा को वैश्विक नजरिया समझ में आया कि कैसे संस्कृति, व्यवहार आदि ब्रांड द्वारा कही जा रही कहानियों को प्रभावित करता है। 'Word of the Year' अभियान के दौरान अनांग्शा अपने मार्केटिंग पृष्ठभूमि को एक ऐसी परियोजना के साथ जोड़ना चाहती है जो दुनिया भर में लाखों भाषा के शौकिनों व सीखने वालों तक पहुंचे।
'Parasocial' की मार्केटिंग
'Parasocial' अभियान को दुनिया भर में काफी चर्चा मिल रही है और अनंग्शा का मानना है कि कई बातें हैं जिन्होंने साथ मिलकर इसे सफल बनाया है। बकौल अनांग्शा हमने इस मुहिम को असली व्यवहार पर आधारित किया, अपने वेबसाइट से मिली स्पष्ट जानकारी का इस्तेमाल करके 'Parasocial' का लुकअप खासतौर पर सेलिब्रिटी, इंफ्लुएंसर और AI चैटबॉट से जुड़े सांस्कृतिक पलों के आसपास तैयार किया। उदाहरण के तौर पर, टेलर स्विफ्ट की सगाई और इस तरह की अन्य घटनाओं ने इंटरनेट पर लोगों की उत्सुकता बढ़ाई जिससे हमें काम करने के लिए एक स्पष्ट कहानी मिल गयी।
अनंग्शा का कहना है कि 'Parasocial' शब्द सोशल मीडिया, एंटरटेंमेंट रिपोर्टिंग और AI पर काफी पहले से ट्रेंड कर रहा था। हमने इसे हाईलाइट किया और मौजूदा ग्लोबल बातचीत में इसके इस्तेमाल को बढ़ाया जिससे यह कैंपेन तुरंत रिलेटेबल बन गया और बड़ी संख्या में लोगों ने इसे शेयर भी किया। बता दें, कैम्ब्रिज डिक्शनरी में शामिल होने के बाद यह शब्द अब तक करीब 350 मिलियन यूजर्स तक पहुंच चुका है जिससे मुहिम की रफ्तार भी बढ़ गयी है।
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कैंपेन है एक टीम वर्क
अनंग्शा का कहना है कि 'Word of the Year' मुहिम के पीछे पूरी टीम शामिल है, यह कभी भी किसी एक व्यक्ति का काम नहीं है। Lexicographers और एडिटर नए शब्दों को ढूंढते हैं और डिक्शनरी में नई एंट्री को शामिल करते हैं। डाटा और एनालिटिक्स टीम ट्रेंड्स पर अपनी पैनी नजर रखती हैं। वहीं मार्केटिंग और कम्यूनिकेशन टीम कैंपेन को एक कहानी की तरह लोगों तक पहुंचाती है। इस कैंपेन में एकेडमिक पार्टनर और सब्जेक्ट एक्सपर्ट भी शामिल होते हैं जो किसी शब्द का सही संदर्भ रखते हैं।
कैसे होता है शब्द का चुनाव?
'Word of the Year' को चुनने की प्रक्रिया को बहुत ही सावधानीपूर्वक पूरा किया जाता है। केम्ब्रिज अपने डाटा को खंगालती है, यह अपने 2 अरब अंग्रेजी शब्दों के भंडार में झांकता है, किताबों, न्यूज और सोशल मीडिया पर ध्यान देता है और यह पता लगाने की कोशिश करता है कि क्या किसी शब्द का बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है। अनंग्शा का कहना है, "Parasocial सभी मापदंडों पर खड़ा उतरा।"
अनंग्शा के मुताबिक लोग अब अपने आसपास के लोगों को साथ जितना समय बिताते हैं, उससे कहीं ज्यादा समय ऑनलाइन सेलिब्रिटी, इंफ्लूएंसर, पॉडकास्ट और AI चैटबॉट पर बिताते हैं। 'Parasocial' शब्द के बारे में गहराई से समझाते हुए अनांग्शा बताती है, 'यह शब्द इस बात पर रोशनी डालता है कि डिजिटल तकनीक हमारी भावनात्मक जिंदगी में कितनी गहराई तक शामिल हो चुकी है।'
अनंग्शा का कहना है कि कुल मिलाकर यह एक अकेला शब्द ही समाज में प्यार और जुनून का आईना बन गया है। 21वीं सदी से जुड़ा यह शब्द हमें इस बात की याद दिलाता है कि इतने बड़े वर्चुअल दुनिया के बावजूद इंसानों की जिज्ञासा और रचनात्मकता की ताकत अभी भी बनी हुई है।