सिर पर पहनी टोपी को थोड़ा सामने की ओर झुकी रखी थी, मानो उससे चेहरा ढंकने की कोशिश कर रही हो। चेहरा उदास और आंखों में नमी। बेटी का हाथ पकड़कर जब विंग कमांडर नमांश स्याल की पत्नी अफसान पति के पार्थिव शरीर के सामने आकर खड़ी हुई तो उपस्थित हर किसी की आंखें नम हो गयी। वह सिर्फ एक विंग कमांडर की पत्नी नहीं बल्कि खुद भी वायु सेना की पायलट हैं, विंग कमांडर अफसान।
दोनों को ही युद्ध विमान चलाने में महारत हासिल है। नमांश स्याल सिर्फ उनके जीवन साथी ही नहीं बल्कि आकाश में उड़ान भरने के साथी भी थे। पति के कॉफिन (बॉक्स जिसमें शव रखा गया है) के सामने आकर वह खड़ी हुई और उन्हें दी आखिरी सलामी। इसके बाद खुद को संभाल नहीं पायी और फफक कर रो पड़ी।
रविवार की शाम को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में विंग कमांडर नमांश स्याल का पार्थिव शरीर पहुंचा। घर के बाहर उनका कॉफिन रखा गया था। कॉफिन पर कमांडर नमांश की एक तस्वीर थी जिसपर फूलों का हार चढ़ा हुआ था। दुबई में एयर शो के दौरान करतब दिखाते समय युद्ध विमान तेजस टूट कर गिर गया, जिसके पायलट विंग कमांडर नमांश स्याल थे। वीडियो फुटेज देखकर विशेषज्ञों का मानना है कि आखिरी समय में वह विमान से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे लेकिन ऊंचाई कम होने की वजह से ऐसा संभव नहीं हो सका।
एयर शो से ठीक पहले पिता जगन नाथ से उन्होंने कहा था, 'यूट्यूब पर देखना और बताना कि हमारा परफॉर्मेंस कैसा हो रहा है?' जगन नाथ ने भी गांव के लोगों को गर्व से बताया था कि मेरा बेटा एयर शो में करतब दिखाएगा, तुम भी देखना। यूट्यूब पर एयर शो का वीडियो देखते समय ही उन्हें तेजस के टूटकर गिरने की खबर मिली। कुछ देर बाद ही पता चला कि उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा।
कमांडर स्याल का पार्थिव शव लेकर वायु सेना के अधिकारी उनके पैतृक गांव पहुंचे। इस बात की जानकारी मिलते ही पूरा गांव उनके घर पर उमड़ पड़ा। हर कोई गांव के इस जांबाज बेटे की बस एक झलक देखना चाहता था। कोई उनके कॉफिन को छूकर देखना चाहता था। हर किसी की आंखों में नमी थी। कोई आकर फूल तो कोई माला के साथ अपना आखिरी सलाम उन्हें दे रहा था। सबसे अंत में बेटी का हाथ पकड़कर अफसान भी वहां पहुंची। उन्होंने वायुसेना का ड्रेस ही पहन रखा था। सिर की टोपी थोड़ी सामने की ओर झुकाकर चेहरा छिपाने की कोशिश कर रही थी। पति को आखिरी बार जी भरकर उन्होंने देखा। लेकिन इसके बाद खुद को संभाल नहीं पायी।
रो पड़ी अफसान। पास खड़े वायु सेना के एक अधिकारी ने अफसान का हाथ पकड़ लिया, मानो उन्हें आश्वस्त कर रहे हों - हम सब आपके साथ हैं। लेकिन अफसान के आंसू तो जैसे बांध तोड़कर बह चले हो। आखिरकार वायु सेना की एक महिला अधिकारी उन्हें वहां से लेकर गयी। पूरी सैन्य सम्मान के साथ नमांश स्याल का अंतिम संस्कार किया गया। सिर्फ अफसान ने ही नहीं बल्कि पूरे भारत ने आसमान की ओर देखकर अपने इस जांबाज पायलट को आखिरी सलामी दी।