भारत और इजराइल दोनों मित्र देश हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दोनों देशों की दोस्ती के बारे में खुलकर बात की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनके निजी रिश्ते भी जगजाहिर हैं। अब दोनों देश एक व्यापारिक समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले है। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को येरुशलम में नेतन्याहू से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने दो चरणों वाली मुक्त वाणिज्यिक समझौते पर हस्ताक्षर की आधिकारिक तौर पर घोषणा की।
बता दें, इजराइल के साथ मुक्त वाणिज्यिक समझौते पर बातचीत वर्ष 2013 से चल रही है। लेकिन यह अभी तक फाइनल नहीं हो पाया था। रविवार को पीयूष गोयल ने नेतन्याहू और इजराइली राष्ट्रपति आइजैक हर्जोग से मुलाकात की। वहां उन्होंने वाणिज्यिक समझौते को लेकर चर्चा की। इसके साथ ही संकेत मिले कि एक दशक से ज्यादा समय से रुकी हुई बातचीत फिर से शुरू होने वाली है।
बैठक के बाद दोनों देशों के बीच वाणिज्यिक समझौते का इशारा करते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि निवेश, नई खोज और भारत से इजराइल होते हुए यूरोप तक का इकोनॉमिक कॉरिडोर इजराइल और भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत कर रहा है। हम सब मिलकर अर्थव्यवस्था की बुनियाद को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं।
कहा जा रहा है कि वाणिज्यिक समझौते में उन मुद्दों पर ध्यान केंद्रीत किया जाएगा जिनसे दोनों देशों को फायदा हो। कहा जा रहा है कि बहुत जल्द ही दोनों देशों के बीच बातचीत शुरू होगी। बातचीत शुरू करने की शर्तों के एक समझौते पर हस्ताक्षर भी हो चुका है। गोयल का कहना है कि दो चरणों का वाणिज्यिक समझौता होगा। हम चाहते हैं कि पहले चरण के समझौते पर जल्दी हस्ताक्षर हो जाए। ताकि दोनों देशों के व्यवसायियों को ही फायदा हो।