अपने अभिनय से छह दशकों से अधिक समय तक अपने प्रशंसकों को अपने अभिनय के जादू में बांध रखने वाले धर्मेंद्र का आज 24 नवंबर को 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। विविधतापूर्ण भूमिकाओं से भारतीय सिनेमा जगत में अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले इस अभिनेता के साथ एक स्वर्णिम अध्याय का अंत हो गया। उनका अंतिम संस्कार पवन हंस शवदाह गृह में संपन्न हुआ, जिसमें अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, सलमान खान और अन्य बॉलीवुड सितारों की मौजूदगी रही।
फिल्म निर्माता करण जौहर ने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट के माध्यम से उनके निधन की पुष्टि की। धर्मेंद्र का 90वां जन्मदिन 8 दिसंबर को है, उससे 14 दिन पहले करण जौहर ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा: यह एक युग का अंत है। एक विशाल मेगा स्टार... मुख्यधारा की सिनेमा में HERO का प्रतीक... अविश्वसनीय रूप से हैंडसम और सबसे रहस्यमय स्क्रीन उपस्थिति। वह हैं और हमेशा भारतीय सिनेमा के वास्तविक लीजेंड रहेंगे। सबसे महत्वपूर्ण बात, वह सबसे अच्छे इंसान थे... उन्हें हमारी इंडस्ट्री में सभी से इतना प्यार मिला। यह भावभीना उद्गार धर्मेंद्र के समूचे व्यक्तित्व को व्यक्त करने में सक्षम है।
हाल के कई वर्षों में धर्मेंद्र सिर्फ पर्दे का हीरो नहीं रहे गये थे वे अपने अनगिनत चाहने वालों के लिए एक जीवंत किंवदंती बन चुके थे। धर्मेंद्र सिर्फ अपनी शानदार फिल्मी अदाकारी के लिए ही नहीं, बल्कि एक पारिवारिक पुरुष, स्नेही पिता, प्यार करने वाले पति और स्नेही दादा के रूप में भी भारत में सबसे प्रिय अभिनेताओं में से एक थे। धर्मेंद्र ने दो विवाह किये थे। पहली पत्नी प्रकाश कौर से बेटे सनी देओल और बॉबी देओल और बेटियाँ विजेता और अजीता हैं। दूसरा विवाह अभिनेत्री हेमा मालिनी से हुआ जिससे बेटियाँ ईशा देओल और अहाना देओल हैं। पत्नी हेमा मालिनी के साथ वे पहले अपनी ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री और बाद में ऑफ-स्क्रीन संबंध के लिए प्रशंसित रहे हैं। उनके बच्चों ने हमेशा उन्हें पिता और मार्गदर्शक के रूप में सम्मानित किया। उन्होंने हमेशा अपने पोतों के लिए उत्साह व्यक्त किया, खासकर राजवीर और करण के लिए, जिन्होंने बॉलीवुड में देओल परिवार की तीसरी पीढ़ी की नींव रखी।
धर्मेंद्र का फिल्मी करियर 65 वर्षों का रहा। इस दौरान उन्होंने लगभग 300 फिल्मों में अभिनय किया। उन्हें 'ही-मैन' के नाम से जाना जाता था। हालांकि उनकी रोमांटिक छवि भी दर्शकों में अत्यधिक लोकप्रिय थी। वे दरअसल एक बहुआयामी अभिनेता थे। धर्मेंद्र ने सभी बड़ी हीरोइनों के साथ परदे पर रोमांस किया और मीना कुमारी, आशा पारेख और हेमा मालिनी के साथ उनकी रोमांटिक छवि प्रसिद्ध हुई।1975 में फिल्म शोले से उन्हें नया स्टारडम मिला। वीरू का किरदार लोगों को हमेशा याद रहेगा। 1980 और 1990 के दशक में वे देशभक्ति और एक्शन फिल्मों में नजर आए। उन्होंने कई कॉमेडी फिल्में भी कीं। धर्मेंद्र को आखिरी बार 2024 में फिल्म 'तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया' में देखा गया था, जिसमें उन्होंने शाहिद कपूर के दादा का किरदार निभाया था। इस फिल्म से पहले 2023 में उन्होंने करण जौहर की निर्देशित फिल्म 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' में अपने शानदार अभिनय से अपने चाहने वालों को आश्चर्यचकित कर दिया। उनकी फिल्म 'इक्कीस' श्रीराम राघवन के साथ अगले महीने दिसंबर में रिलीज़ होने वाली है।
89 वर्ष की आयु में भी और स्वस्थ जीवनशैली से कई पीढ़ियों को प्रेरित किया। वे इंस्टाग्राम पर सक्रिय रहते थे और अक्सर अपने प्रशंसकों को अपनी कसरत की दिनचर्या का झलक दिखाते थे।
धर्मेंद्र दिल से किसान थे। अपने काम से साथ साथ खेती से लगाव रखते थे। उनका जन्म 8 दिसंबर 1935 को पंजाब के साहनेवाल गांव में हुआ था। लुधियाना और साहनेवाल उनके दिल के बेहद करीब थे। बचपन की गलियाँ और यादें हमेशा उनके साथ रही। चौथी क्लास में ननिहाल की यादें उनके जीवन में प्रेरणा बनीं। धर्मेंद्र ने अपने बचपन की पहली मोहब्बत हमीदा का जिक्र किया था, जो बंटवारे के बाद पाकिस्तान चली गई थी। उन्हें मिनर्वा सिनेमा में दिलीप कुमार की फिल्म देखकर एक्टिंग की प्रेरणा मिली थी और अभिनय के लिए सपने देखना शुरू किया था। वे मानते थे कि एक्टिंग के लिए शरारती, मासूम और जज्बाती होना जरूरी है... और यह उनके व्यक्तित्व में भी प्रमुखता से दिखायी देता है।