सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP के माध्यम से म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। लंबे समय तक अच्छे फंड में नियमित निवेश किया जाए तो बड़ी संपत्ति तैयार की जा सकती है। लेकिन अधिकतर निवेशक यह तय करने में उलझन में रहते हैं कि किस फंड को चुनें और किस प्रकार के फंड में निवेश सुरक्षित रहेगा।
ऐसे में मल्टी कैप म्यूचुअल फंड एक संतुलित विकल्प साबित हो सकते हैं, क्योंकि इनमें लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप-तीनों प्रकार के शेयरों में निवेश किया जाता है।
मल्टी कैप फंड में कुल राशि का कम-से-कम 75 प्रतिशत हिस्सा इक्विटी में लगाया जाता है और इनमें तीनों कैटिगरी में न्यूनतम 25-25 प्रतिशत निवेश अनिवार्य होता है। इस तरह निवेश का जोखिम भी विविध होता है और रिटर्न में भी विविधता देखने को मिलती है। नीचे ऐसे ही तीन उच्च प्रदर्शन करने वाले मल्टी कैप फंडों का विवरण दिया गया है जिन्हें अगले साल SIP शुरू करने पर ध्यान में रखा जा सकता है।
निप्पॉन इंडिया मल्टी कैप फंड
करीब 20 वर्ष पुराना यह फंड लगातार अच्छे रिटर्न के लिए जाना जाता है। लॉन्च के समय से अब तक इस फंड ने प्रतिवर्ष औसतन 18 प्रतिशत रिटर्न दिया है। फंड का एसेट अंडर मैनेजमेंट लगभग 49,300 करोड़ रुपये है।
अक्टूबर 2025 तक इस फंड ने 130 शेयरों में निवेश कर रखा है, जिसमें 48 प्रतिशत लार्ज कैप, 25 प्रतिशत मिड कैप और 25 प्रतिशत स्मॉल कैप शेयर शामिल हैं।
एक्सिस मल्टी कैप फंड
वर्ष 2021 में लॉन्च हुआ यह फंड भी निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प माना जा रहा है। शुरू होने के बाद से इसने औसतन 16.6 प्रतिशत वार्षिक रिटर्न दिया है। कुल एसेट लगभग 9,100 करोड़ रुपये हैं।
अक्टूबर 2025 तक इस फंड के पोर्टफोलियो में 125 स्टॉक शामिल हैं। इनमें 47 प्रतिशत निवेश लार्ज कैप, 26 प्रतिशत मिड कैप और 25 प्रतिशत स्मॉल कैप में किया गया है।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी कैप फंड
साल 2015 में लॉन्च हुआ यह फंड भी अपने स्थिर प्रदर्शन के लिए जाना जाता है। अब तक इसने औसतन 15.1 प्रतिशत वार्षिक रिटर्न दिया है। फंड के पास लगभग 16,000 करोड़ रुपये का एसेट है।
अक्टूबर 2025 तक इस फंड ने 151 स्टॉक्स में निवेश किया है, जिनमें 47 प्रतिशत लार्ज कैप, 38 प्रतिशत मिड कैप और 29 प्रतिशत स्मॉल कैप का योगदान है।
(समाचार एई समय किसी भी निवेश की सलाह नहीं देता है। निवेश किसी भी रूप में जोखिम से जुड़ा होता है। शेयर बाज़ार और म्यूचुअल फंड दोनों ही परिस्थितियों और उतार–चढ़ाव पर निर्भर करते हैं। इसलिए कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले पर्याप्त अध्ययन और विशेषज्ञ की सलाह लेना आवश्यक है। यह रिपोर्ट केवल शिक्षित और जागरूक करने के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है।)