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क्या सिर्फ बंगाल में ही घुसपैठिए हैं? पहलगाम हमला आपने करवाया? ममता बनर्जी का अमित शाह पर तीखा वार

भाजपा के बहुत सारे बदमाश घूम रहे हैं। बहुत बदमाशी चल रही है। आपको सावधान रहना होगा - ममता बनर्जी

By Elina Dutta, Posted By : Moumita Bhattacharya

Dec 30, 2025 16:43 IST

बांकुड़ा में सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने अमित शाह पर तीखा हमला किया। उन्होंने घुसपैठ से लेकर SIR और भ्रष्टाचार से लेकर केंद्र सरकार की कमी तक कई मुद्दे उठाए। तृणमूल सुप्रीमो ने SIR की वजह से आम लोगों की मौत के लिए अमित शाह को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके इस्तीफे की मांग भी कर डाली।

क्या आपने किया पहलगाम हमला?

बांकुड़ा में चुनाव से पहले बैठक की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'चुनाव आते ही दुर्योधन और दुःशासन बंगाल में आ जाते हैं। शकुनी मामा के चेले हर तरफ घूम रहे हैं। चुनाव आते ही मतदाता सूची से नाम हटाने के लिए SIR किया जा रहा है।'

इतना ही नहीं उन्होंने घुसपैठ के मुद्दे पर अमित शाह पर तीखा वार करते हुए पहलगाम को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, 'क्या सिर्फ बंगाल में घुसपैठिए हैं? क्या कश्मीर में कोई घुसपैठिया नहीं है? तो फिर क्या आपने पहलगाम हमला किया? क्या बंगाल के अलावा कहीं घुसपैठिए नहीं हैं? तो फिर क्या आपने दिल्ली में इतना बड़ा धमाका किया?'

जैसे ही चुनाव आया जल्दबाजी में SIR किया गया

घुसपैठ के मुद्दे पर अमित शाह के बयान पर पलटवार करने के अलावा राज्य की प्रशासनिक प्रधान ने SIR पर हमला बोला। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने SIR सुनवाई के कारण लोगों को हो रही परेशानियों का मुद्दा उठाया। शारीरिक समस्याओं से जुझ रहे लोगों को सुनवाई में पेश होने के लिए मजबूर किया जाता है।

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि बुजुर्गों को भी सुनवाई से छूट नहीं दी गई है। उन्होंने मंगलवार की सुबह पुरुलिया के पाड़ा पुलिस स्टेशन इलाके में दुर्जन माझी के मौत के मामले में शिकायत की। ममता बनर्जी ने कहा कि SIR अगर समय लेकर की गयी होती तो कोई आपत्ति नहीं थी। जैसे ही चुनाव आया नाम हटाने के लिए SIR को जल्दबाजी में लागू किया जा रहा है।'

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उन्हें इस्तिफा देना चाहिए

ममता बनर्जी ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि बुजुर्गों को सुनवाई के लिए बुलाया जा रहा है, उन्हें परेशान किया जा रहा है। अगर वे सुनवाई में एक दिन भी नहीं आ पाते हैं तो उनके नाम हटा दिए जाते हैं! 95 साल, 82 साल के लोगों को बुलाया जा रहा है। SIR करने में दो महीना लेकिन 1.5 करोड़ लोगों के नाम हटाने में महज 2 दिन ले रहे हैं? इतने लोगों की मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा?' ममता बनर्जी ने इतने लोगों की मौत के लिए केंद्रीय गृह मंत्री को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा, 'उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।'

फॉर्म जरूर भरें, यह आपका आधिकार है

इसके बाद ममता बनर्जी ने आयोग पर SIR में गड़बड़ी का भी आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह एजेंसी भाजपा की कठपुतली है। यह उनके हिसाब से काम कर रही है। उन्होंने AI का इस्तेमाल करके 54 लाख लोगों के नाम बाहर कर दिए हैं। मुख्यमंत्री ने SIR की सुनवाई में BLA को शामिल न होने देने पर भी विरोध जताया।

उन्होंने कहा, 'BLA को सुनवाई में इसलिए नहीं आने दिया जा रहा है क्योंकि भाजपा के पास लोग नहीं हैं। उनके पास लोग नहीं हैं। वे एजेंसी के लोगों से सुनवाई में काम करवा रहे हैं।' आयोग ने अपने लोगों की कमी के कारण BLA के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है।

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा बांग्लाभाषियों का नाम SIR से हटाने की कोशिश कर रही है। तृणमूल सुप्रीमो ने एक बार फिर से SIR में नाम शामिल न करने की बात पर चेतावनी दी। जिन लोगों के नाम हटा दिए गए थे उन्हें सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि फॉर्म नंबर 7 और 8 जरूर भरें। यह आपका अधिकार है। साथ ही उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि बेटी की शादी हो गई और वह ससुराल चली गई। पता बदल गया है, नाम हटा दिया गया है। किसी का नाम सिंह है, इंग्लिश में सिन्हा है। इसलिए नाम हटा रहे हैं।

अगर मतदाता सूची से नाम हटा तो लड़कियां धरना देंगी

मुख्यमंत्री ने उन मतदाताओं को चेतावनी देते हुए कहा जिनके नाम मतदाता सूची के मसौदा में नहीं है, 'अगर मतदाता सूची के मसौदा में नाम है तो इस बात की गारंटी नहीं है कि नाम अंतिम मतदाता सूची में होगा।' उन्होंने कहा कि भाजपा के बहुत सारे बदमाश घूम रहे हैं। बहुत बदमाशी चल रही है। आपको सावधान रहना होगा। दुराचारी गृह मंत्री AI का इस्तेमाल करके नाम हटा रहे हैं। अपनी आंखें और कान खुली रखें।" साथ ही उन्होंने नए मतदाताओं से भी नाम जुड़वाने में सावधानी बरतने को कहा।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मतदाता सूची से नाम हटने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, 'अगर नाम हटा गए तो लड़कियां धरने पर बैठ जाएंगी। अगर एक भी नाम हट गया तो बंगाल और दिल्ली में आंदोलन होगा। अगर किसी का नाम कट गया तो माताएं और बहनें जाकर कहेंगी कि नाम शामिल करें।'

गौरतलब है कि मंगलवार को अमित शाह ने कोलकाता में एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया था कि पश्चिम बंगाल सरकार विकास विरोधी है। तृणमूल सरकार ने जमीन नहीं दी। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, 'वे राज्य में आए और कहा कि ममता बनर्जी ने जमीन नहीं दी। अगर उन्होंने जमीन नहीं दी तो तारकेश्वर और विष्णुपुर लाइन किसने बनाई? ममता बनर्जी ने बनाई?

अगर उन्हें जमीन नहीं दी होती तो ECL की जमीन कोयला माइनिंग के लिए कैसे इस्तेमाल होती। पानागढ़, अंडाल, पेट्रापोल, तारकेश्वर - इन सबके लिए जमीन किसने दी। जो दिया है पहले वही करो। मैं BSF के खिलाफ नहीं हूं।'

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