कोलकाताः पसंदीदा घर या फ्लैट खरीदने का सपना लगभग सभी देखते हैं। लेकिन मूल्य वृद्धि के बाजार में, लगातार बढ़ती कीमतों के साथ तालमेल बिठाना मध्यमवर्ग के लिए चुनौतीपूर्ण होता है। अगर कोई फ्लैट पसंद भी आ जाए, तब भी बैंक लोन कैसे मिलेगा, यह चिंता सताती है। किस बैंक या वित्तीय संस्था से ऋण लेने पर थोड़ी कम EMI पड़ेगी, यह सोच खरीदार के मन में हमेशा रहती है।
भारतीय समाज में घर या फ्लैट खरीदने को आर्थिक रूप से सफल होने का संकेत माना जाता है। इसलिए करियर शुरू होने के तुरंत बाद कई युवा व्यक्ति या दंपती इस दिशा में रुचि दिखाते हैं।
अब भारत में होम लोन देने के लिए कई बैंक और वित्तीय संस्थाएं मौजूद हैं। इसलिए ऋण पाने में आम तौर पर कोई कठिनाई नहीं होती। लेकिन सबसे बड़ा काम है, सही संस्था चुनकर ऋण लेना। कहाँ से ऋण लेकर थोड़ा कम ब्याज देना होगा, इसे समझने में समय लगता है। CIBIL स्कोर, ऋण की राशि, अवधि (Tenure) और RBI की रेपो रेट पर ब्याज दर निर्भर करती है।
कौन से बैंक में कितनी ब्याज दर है?
कुछ प्रमुख बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं की बेसिक रेट की जानकारी निम्नलिखित है। यह डेटा एक ऑनलाइन एग्रीगेटर वेबसाइट से प्राप्त किया गया है (दिसंबर के अनुसार):
बैंक ऑफ इंडिया: 7.10% से शुरू
कानरा बैंक: 7.15% से शुरू
पंजाब नेशनल बैंक: 7.20% से शुरू
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया: 7.25% से शुरू
पंजाब और सिंध बैंक: 7.30% से शुरू
HDFC बैंक: 7.90% से शुरू
फेडरल बैंक: 7.90% से शुरू
ICICI बैंक: 7.65% से शुरू
कोटक महिंद्रा बैंक: 7.07% से शुरू
एक्सिस बैंक: 8.25% से शुरू
बजाज हाउसिंग फाइनेंस: 7.15% से शुरू
PNB हाउसिंग फाइनेंस: 7.20% से शुरू
LIC हाउसिंग फाइनेंस: 7.15% से शुरू