पिछले कुछ महीनों से ही विश्व बाजार में तांबे की कीमत तेजी से बढ़ रही है। उसी के साथ-साथ हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के शेयर की कीमत भी बढ़ी है। आखिरी ट्रेडिंग सत्र में 9 प्रतिशत बढ़कर इस कंपनी का शेयर 475 रुपये पर पहुंच गया। पिछले सप्ताह के चार ट्रेडिंग सत्रों में इस स्टॉक में 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई। दिसंबर महीने की तुलना में हिंदुस्तान कॉपर के शेयर की कीमत 45 प्रतिशत बढ़ी। सितंबर महीने से इस स्टॉक की कीमत लगभग 110 प्रतिशत बढ़ गई है। निफ्टी मेटल इंडेक्स के स्टॉक्स में हिंदुस्तान कॉपर टॉप परफॉर्मर रहा है।
तांबे की कीमत क्यों बढ़ रही है?
संपूर्ण विश्व में नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग बढ़ रहा है। विशेष रूप से इलेक्ट्रिक वाहन, सौर और पवन ऊर्जा परियोजनाओं और विद्युत संचरण प्रणाली में तांबे का व्यापक उपयोग हो रहा है। इसके साथ ही कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) तकनीक के तेजी से विस्तार ने तांबे की मांग को और बढ़ा दिया है।
साथ ही अफ्रीका के कुछ बड़े तांबा खानों में दुर्घटनाओं और उत्पादन में व्यवधान के कारण आपूर्ति पर दबाव उत्पन्न हुआ है। परिणामस्वरूप अंतरराष्ट्रीय बाजार में तांबे की कीमत तेजी से बढ़ गई। इसके अलावा, अमेरिका तांबे पर संभावित शुल्क लगाने की संभावना के कारण वहां तांबे का आयात बढ़ गया। इससे विश्व के अन्य बाजारों में तांबे की कमी की आशंका पैदा हुई।
विश्लेषकों के अनुसार आने वाले वर्ष में भी तांबे की कीमतों में यह ऊर्ध्वगति जारी रह सकती है। सिटिग्रुप के पूर्वानुमान के अनुसार LME बाजार में तांबे की कीमत प्रति टन 13 हजार डॉलर तक पहुंच सकती है। गोल्डमैन सैक्स ने तांबे को अगले वर्ष के लिए सबसे पसंदीदा धातु के रूप में चिह्नित किया है।
विश्व में तांबे की मांग बढ़ रही है
विश्वव्यापी तांबे की मांग लगातार बढ़ रही है। हाल के आंकड़ों के अनुसार पिछले 50 वर्षों में विश्व में परिष्कृत तांबे का उपयोग तीन गुना से भी अधिक बढ़ गया है। विद्युत और इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद, निर्माण उद्योग, औद्योगिक मशीनरी, परिवहन और उपभोक्ता वस्तुओं के क्षेत्रों में इस धातु का उपयोग तेजी से बढ़ा है। हालांकि विश्व बाजार की तुलना में भारत में तांबे के खनिज का भंडार बहुत ही सीमित है।
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