एक समय था जब इस धातु को ‘एलीट’ नहीं माना जाता था। बंगाली घरों में अन्नप्राशन या जन्मदिन पर बच्चों को उपहार देने तक ही इसका इस्तेमाल सीमित था। बंगाली नववर्ष पर चांदी के सिक्कों का प्रचलन भी देखने को मिलता था। बाद में जब धनतेरस का चलन बढ़ा, तब शुभ धातु के तौर पर चांदी की खरीदारी होने लगी। हालांकि सोने की चमक में चांदी हमेशा दबकर रह गई।
हालांकि यह धातु लंबी रेस का घोड़ा है, यह बात शायद बहुतों को समझ नहीं आई। जिन्होंने समझा, उनकी झोली महज दो दशकों में भर गई। अगर 2020 से 2025 तक का हिसाब देखा जाए तो चांदी का रिटर्न चौंकाने वाला है। सोने ने भी रिटर्न दिया है, लेकिन जिस तरह चांदी की कीमत बढ़ी है, वह वाकई हैरान करने वाली है।
चांदी का रिटर्न:
आंकड़े बताते हैं (Historical Silver Price के आधार पर) कि अगर वर्ष 2000 में किसी ने चांदी में 1000 रुपये का निवेश किया होता, तो 2025 में उसकी कीमत लगभग 27,000 रुपये हो जाती। यानी 25 साल में करीब 27 गुना बढ़ोतरी।
वर्ष 2000 में 1 किलो चांदी की कीमत 7,900 रुपये थी। वहीं 23 दिसंबर 2025 को कोलकाता में 1 किलो चांदी का भाव 2 लाख 11 हजार 250 रुपये रहा। यानी लंबी अवधि में चांदी ने 2600 प्रतिशत से भी ज्यादा रिटर्न दिया है।
एक समय चांदी को मुख्य रूप से औद्योगिक इस्तेमाल की धातु माना जाता था। विभिन्न क्षेत्रों में इसका उपयोग होता था, लेकिन निवेश के माध्यम के रूप में इसे गंभीरता से नहीं देखा जाता था। बाद में चांदी में निवेश का चलन शुरू हुआ। हाल के वर्षों में AI, डेटा सेंटर, इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV), ग्रीन एनर्जी सेक्टर में भारी निवेश हुआ है। डिफेंस सेक्टर में भी चांदी का इस्तेमाल बढ़ा है। इसी वजह से चांदी की मांग तेजी से बढ़ी और उसके साथ कीमत भी।
निवेश के विकल्प बढ़ने के साथ ही पिछले कुछ वर्षों में चांदी पर आधारित कई म्यूचुअल फंड और ETF बाजार में आए हैं। शेयर बाजार में जब भी अस्थिरता आई है, संपत्ति को सुरक्षित रखने के लिए सोने पर भरोसा किया गया है। आंकड़े बताते हैं कि वही भूमिका चांदी ने भी निभाई है।
2025 में रिटर्न के मामले में चांदी ने सोने को काफी पीछे छोड़ दिया है। इस साल अब तक (YTD) निफ्टी करीब 10 प्रतिशत से थोड़ा ज्यादा बढ़ा है। सोने की कीमत 72 प्रतिशत बढ़ी है, जबकि चांदी की कीमत 138 प्रतिशत उछली है। अगर जनवरी 2025 में किसी ने चांदी में 1 लाख रुपये का निवेश किया होता, तो 23 दिसंबर को उसकी कीमत बढ़कर 2,16,596 रुपये हो जाती (MCX के भाव के अनुसार)।
(समाचार एई समय कहीं भी निवेश की सलाह नहीं देता। शेयर बाजार या किसी भी प्रकार का निवेश जोखिम के अधीन है। निवेश से पहले सही अध्ययन और विशेषज्ञ की सलाह लेना जरूरी है। यह खबर शैक्षणिक और जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित की गई है।)