सर्दियों की शुरुआत होते ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली व NCR में प्रदूषण का स्तर खतरनाक से भी ज्यादा हो जाता है। दिल्ली में सुबह और शाम का वक्त घने कोहरे में नहीं बल्कि जहरीले कोहरे से ढंका रहता है। ठंड के साथ प्रदूषण का बढ़ता स्तर चिंताएं बढ़ा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स में तो यहां तक दावा किया गया है कि इस साल दिल्ली में प्रदूषण का स्तर रिकॉर्ड तोड़ रहा है।
हालांकि दिल्ली में प्रदूषण की मात्रा में आयी थोड़ी कमी के बाद GRAP 4 की पाबंदियों को हटा दिया गया है। वहीं दूसरी ओर कोलकाता में भी बढ़ता प्रदूषण पर्यावरणविदों की चिंताएं बढ़ा रहा है। दिल्ली ने प्रदूषण में कौन सा रिकॉर्ड तोड़ा और कैसा है कोलकाता में प्रदूषण का हाल? आइए जान लेते हैं -
दिल्ली में प्रदूषण ने तोड़ा रिकॉर्ड
मीडिया रिपोर्ट में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से प्राप्त डाटा के आधार पर दावा किया गया है कि महीने के शुरुआती 18 दिनों में ही दिल्ली में प्रदूषण की मात्रा पिछले 8 में सबसे अधिक खराब AQI पर पहुंच गयी थी। बताया जाता है कि दिल्ली में इस साल 14 दिसंबर को AQI 461 पर पहुंच गया था।
बात अगर गुरुवार (25 दिसंबर) की करें तो दिल्ली के आनंद विहार इलाके का AQI 227, जहांगीरपुरी का AQI 221, सोनिया विहार का AQI 220 दर्ज किया गया। इसके साथ ही चांदनी चौक का AQI 195, नेहरू नगर का AQI 193 और आईटीआई शाहदरा का AQI 198 दर्ज किया गया।
अब जानते हैं कैसा है कोलकाता का हाल?
पर्यावरण विशेषज्ञों के मुताबिक दिल्ली के मुकाबले कोलकाता की हालत में कोई खास अंतर नहीं है। कोलकाता महानगर में प्रदूषण की मात्रा को मापने के लिए 7 स्थान निर्धारित है जिसमें विक्टोरिया मेमोरियल प्रमुख है। मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार दिसंबर के अधिकांश समय विक्टोरिया मेमोरियल का AQI खराब ही बना रहा।
वहीं बात अगर गुरुवार (25 दिसंबर) की करें तो केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से मिली रिपोर्ट के अनुसार शाम 7 बजे विक्टोरिया मेमोरियल का AQI 290 दर्ज किया गया जो बहुत खराब बताया जा रहा है। जादवपुर का AQI 272 यानी खराब दर्ज हुआ। इसके अलावा महानगर के अन्य प्रदूषण नापने वाले प्वाएंट पर AQI सामान्य दर्ज हुआ।