तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) के साथ वर्चुअल बैठक करने वाले हैं। इस बैठक में तृणमूल की सभी BLA-1 और BLA-2 टीमों के शामिल होने की बात कही जा रही है। बता दें, राज्य भर में 84 हजार से ज्यादा बूथ है और तृणमूल कांग्रेस ने शत-प्रतिशत बूथों पर BLA-2 को नियुक्त किया है।
इस वजह से माना जा रहा है अभिषेक बनर्जी पार्टी के 1 लाख नेता व कार्यकर्ताओं के साथ यह वर्चुअल बैठक करने वाले हैं। राजनैतिक इतिहास में यह अपने आप में एक बड़ा रिकॉर्ड माना जा रहा है। पर क्यों होने वाली है यह बैठक? अभिषेक बनर्जी कब करेंगे बैठक?
पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ सांसद अभिषेक बनर्जी 28 दिसंबर को वर्चुअल यानी ऑनलाइन माध्यम से बैठक करेंगे। बताया जाता है कि इस बैठक में अभिषेक बनर्जी 'SIR' की सुनवाई की प्रक्रिया को लेकर तृणमूल कांग्रेस का रोडमैप तैयार करने वाले हैं।
हालांकि 28 दिसंबर की बैठक से पहले भी सांसद एक बैठक करने वाले हैं जिसमें पार्टी के 5000 से ज्यादा नेताओं व कार्यकर्ताओं के शामिल होने की संभावना है। तृणमूल सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह बैठक 26 दिसंबर (शुक्रवार) को वर्चुअल माध्यम से होगी जिसमें अभिषेक बनर्जी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के 'उन्नयनेर पांचाली' को लेकर बूथ स्तर पर लगातार प्रचार अभियान की रूपरेखा निर्धारित करेंगे।
गौरतलब है कि गत 2 दिसंबर को नवान्न में एक प्रशासनिक बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने तृणमूल के 14 साल के शासनकाल के दौरान हुए विकास का लेखा-जोखा जारी किया था। इस लेखा-जोखा को मुख्यमंत्री ने 'उन्नयनेर पांचाली' नाम दिया था। अब अभिषेक बनर्जी ने उसी 'उन्नयनेर पांचाली' पर अगले डेढ़ महीने से ज्यादा समय तक बूथ स्तर पर अभियान चलाने की योजना बनायी है।
वह पार्टी नेताओं व जनप्रतिनिधियों को बताएंगे कि बूथ-दर-बूथ अभियान कैसे चलाया जाएगा। तृणमूल नेताओं का मानना है कि 'उन्नयनेर पांचाली' को लेकर गहन प्रचार अभियान में पार्टी के सभी स्तर के नेताओं और कार्यकर्ताओं को शामिल होना चाहिए।
मतदाता सूची का मसौदा (Draft) जारी होने के बाद कई गड़बड़ियां पाई गईं। इसमें कई जीवित लोगों का नाम मृत मतदाताओं की सूची में दिखाया गया है। इसके अलावा कई मतदाताओं के सरनेम में भी गलतियां पायी गयी थीं। कुछ ऐसी भी घटनाएं भी सामने आयी जिसमें मतदाताओं को एन्यूमरेशन फॉर्म ही नहीं मिला था। चुनाव आयोग भी लगभग हर दिन नई गाइडलाइंस जारी कर रहा है। इन सभी मामलों पर सुनवाई का दौर 27 दिसंबर से शुरू होने वाला है।
चुनाव आयोग सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कम से कम 32 लाख नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। शुभेंदु अधिकारी, शांतनु ठाकुर, सुकांत मजूमदार समेत तमाम भाजपा नेताओं ने 'SIR' शुरू होने से पहले ही घोषणा कर दी थी कि राज्य में 1 करोड़ से ज्यादा मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जाएंगे। हालांकि ममता-अभिषेक बनर्जी ने शुरुआत में ही स्पष्ट कर दिया था कि तृणमूल एक भी वैध मतदाता का नाम नहीं हटने देगी।
रविवार को अभिषेक बनर्जी वर्चुअल बैठक में बताएंगे कि सुनवाई की प्रक्रिया में हर BLA-2 को क्या काम करना होगा। सुनवाई की इस प्रक्रिया के दौरान वह BLA-1, BLA-2, जिला के भारप्राप्त नेताओं और संगठनात्मक नेताओं का काम बता सकते हैं। नेताजी इंडोर में पार्टी के BLA के साथ हुई बैठक में ममता बनर्जी ने सुनवाई की प्रक्रिया के लिए नियुक्त केंद्र सरकार के अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठाया था। उन्होंने पूरी तृणमूल वोट मशीनरी को इस बात की निगरानी करने की हिदायत दी है कि सुनवाई की प्रक्रिया में ऑब्जर्वर के इंचार्ज अधिकारी बिना भेदभाव के काम कर रहे हैं अथवा नहीं।