नई दिल्लीः एक निजी बैंक के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी SFIO (सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन ऑफिस) ने जांच शुरू कर दी है। आरोप है कि बैंक के खातों में विशाल गड़बड़ी हुई है, जिसकी राशि लगभग 2000 करोड़ रुपये बताई जा रही है। समाचार सूत्रों के अनुसार, इस मामले में इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) जांच का केंद्र बन गया है। बुधवार को बैंक अधिकारियों ने बताया कि उन्हें SFIO से एक आधिकारिक पत्र प्राप्त हुआ है। यह पत्र 2013 के कंपनी अधिनियम की धारा 212 के तहत भेजा गया है।
इंडसइंड बैंक ने पिछले सप्ताह ही स्वीकार किया था कि उनके इंटरनल डेरिवेटिव ट्रेड में कुछ गड़बड़ी सामने आई है, जिसके लिए कोई ठोस आधार या सबूत नहीं मिल रहा। इस गड़बड़ी से जुड़े खाते और माइक्रो फाइनेंस के ब्याज के आंकड़े SFIO को पहले ही दिए जा चुके हैं।
इस वित्तीय गड़बड़ी के कारण इस साल बैंक के संचालन पर बड़ा असर पड़ा है और बैंक की आंतरिक प्रशासनिक व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं। इस विवाद ने स्टॉक मार्केट में बैंक के शेयरों की कीमतों पर भी भारी दबाव डाला है। बैंक और SFIO की जांच आगे की कार्रवाई की दिशा तय करेगी और आने वाले हफ्तों में इस मामले की अपडेट आने की संभावना है।