शुक्रवार को राज्य के दमकल मंत्री सुजीत बसु गंगासागर मेले की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे। यहां उन्होंने मेले के पॉइंट्स की संरचनाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ सुंदरवन विकास मंत्री बंकिम हाजरा, जिलाध्यक्ष नीलिमा मिस्त्री, उपाध्यक्ष श्रीमंत माली व अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।
सुजीत बसु ने कचुबेरिया के सभी जेटी और रिजर्वर का निरीक्षण किया। दोपहर को उन्होंने दमकल ऑफिस में विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने बताया कि गंगासागर में एक स्थायी फायर स्टेशन है। अन्य वर्षों की तरह इस साल भी 18 अस्थायी फायर स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इनमें से 11 फायर स्टेशन मेला परिसर के अंदर और 7 बाहर होंगे।
उन्होंने आगे बताया कि आग लगने जैसी आपातकालिन स्थिति से निपटने के लिए 50 से ज्यादा इंजन तैनात रहेंगे। अगर मेला के दौरान कहीं भी आग लगने की घटना घटती है तो दमकल कर्मी तुरंत बुलेट बाइक से वहां पहुंच सकेंगे। बुलेट बाइक पर भी आग बुझाने के लिए आवश्यक सभी इंतजाम किए गए हैं।
आग बुझाने के लिए दमकल कर्मी नदी के अलावा रिजर्वर (जलाधार) और पाइपलाइन के पानी का इस्तेमाल करेंगे। बसु ने आगे बताया कि आग बुझाने के लिए दमकल सागर मेला मैदान, कचुबेड़िया, हारवुड प्वाएंट, बेनुबन और नामखाना प्वाएंट के सार्वजनिक स्वास्थ्य तकनीकी विभाग के पाइपलाइन से पानी लेगा। इसके लिए करीब 300 अतिरिक्त प्वाएंट बनाए गए हैं।
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सुजीत बोस ने बताया कि किसी भी दुर्घटना के समय पानी की कोई समस्या न हो, इसे सुनिश्चित करने के लिए 224 हाईड्रेन बनाया गया है। 136,000 लीटर के 11 रिजर्वर बनाए गए हैं। तीर्थयात्री कचुबेरिया और लॉट नंबर 8 के जेटी नंबर 1 के अलावा बाकी 4 जेटी से आवाजाही करेंगे। इसमें से एक जेटी मालवाही गाड़ियों के लिए होगा। सभी कार्यों की देखरेख के लिए 318 अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। शुक्रवार को सुंदरवन विकास मंत्री बंकिम हाजरा और अधिकारियों ने सुजीत बसु के साथ कपिल मुनि मंदिर में पूजा भी की।
मुड़ीगंगा बना परेशानी की वजह
गंगासागर मेले से पहले मुड़ीगंगा नदी का चौंर प्रशासन के लिए सिरदर्द बन गया है। हालांकि मुख्यमंत्री का आदेश मिलने के बाद लगातार हो रही ड्रेजिंग से नतीजे मिलने लगे हैं। नदी में जमा कीचड़ काटने के लिए कई और ड्रेजिंग मशीनें काम कर रही हैं। जिला प्रशासन के अधिकारियों का मानना है कि 31 दिसंबर तक चौंर में जमे कीचड़ को काट दिया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि मेले के दौरान जहाज 20 से 22 घंटे तक चल सकेंगे।
प्रशासन का अनुमान है कि इस साल भी गंगा सागर मेले में एक करोड़ से ज्यादा तीर्थयात्री आ सकते हैं। हालांकि लोगों की शिकायत होती है कि मेले के दौरान मोबाइल नेटवर्क की दिक्कतें आती हैं। इस बारे में बंकिम हाजरा ने कहा, "जिला प्रशासन फोन नेटवर्क की दिक्कत को हल करने पर विचार कर रहा है।"