16 पहियों वाले एक ट्रक ने एक छोटे चार पहियों वाले वाहन को आमने-सामने से टक्कर मार दी जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। 10 दिसंबर (बुधवार) की सुबह उत्तर 24 परगना के संदेशखाली के बयारमारी में हुई इस घटना में संदेशखली में किसी समय के आतंक का पर्याय रहे शेख शाहजहां और उसकी पत्नी तस्लीमा बीबी समेत 9 अन्य लोगों पर हत्या और हत्या के प्रयास का आरोप लगाया गया है।
इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने अब ट्रक के खलासी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति का नाम गुलाम हुसैन मोल्ला है जो संदेशखाली के राजबाड़ी इलाके के हाटगाछी ग्राम पंचायत के शिमुरहाटी का रहने वाला बताया जाता है।
शनिवार की रात को नजात थाने की पुलिस ने उसे खारमपुर इलाके से गिरफ्तार किया। इस घटना में अब तक पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। बता दें, दुर्घटना का शिकार होने वाले और शिकायत करने वाले भोलानाथ घोष जनवरी 2024 में ED अधिकारियों पर हमला करने के लिए शाहजहां के खिलाफ दायर CBI केस में मुख्य गवाहों में से एक हैं।
रविवार की सुबह नजत पुलिस स्टेशन से दो पुलिसकर्मियों को सरबेरिया में भोलानाथ के घर पर तैनात किया गया है। भोलानाथ घोष ने रविवार को कहा था कि मैं असुरक्षित महसूस कर रहा हूं। प्रशासन को सूचित करने के बाद पुलिस ने मेरे घर पर 24 घंटे सुरक्षा की व्यवस्था की है। हालांकि ट्रक का ड्राइवर और अन्य जिनके खिलाफ मैंने शिकायत की थी उनमें से कोई अभी तक पकड़ा नहीं गया है। मुझे उम्मीद है कि पुलिस उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लेगी।
पुलिस ने बताया कि शनिवार की रात को गिरफ्तार किए गए गुलाम हुसैन को रविवार को बशीरहाट महकमा अदालत में पेश किया गया जहां से उसे 8 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दी गयी है। इससे पहले शुक्रवार की रात को पुलिस ने रूहुल कुद्दुस तरफदार और सुशांत सरदार उर्फ उत्तम को गिरफ्तार किया था। भोलानाथ घोष ने 10 तारीख को घटना के बारे में बताते हुए आरोप लगाया था कि जब वे सरबेरिया में अपने घर से बशीरहाट महकमा अदालत के लिए रवाना हुए थे, उसी समय से मोटरसाइकिल पर एक आदमी उनकी कार का पीछा कर रहा था।
हालांकि सवाल यह उठाया जा रहा है कि मोटरसाइकिल सवार नजरुल मोल्लाह रूहुल यहीं रूहुल है या नहीं। सुशांत सरदार उर्फ उत्तम को जनवरी 2024 में ED अधिकारियों पर हमले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। बाद में उसे उस मामले में जमानत पर रिहा कर दिया गया था। वहीं इस बार जांच अधिकारियों का दावा है कि उत्तम को गिरफ्तार करने के बाद कई डिजिटल सबूत मिले हैं।
हालांकि, भोलानाथ घोष की शिकायत पर शाहजहां समेत जिन 9 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी उनमें से किसी को भी अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। रविवार को भोलानाथ के बड़े बेटे विश्वजीत घोष ने इस पर अपनी नाराजगी जतायी। भोलानाथ ने अपनी शिकायत में दावा किया कि यह सब शाहजहां की साजिश थी और उसने जेल से मोबाइल फोन पर अपनी पत्नी तस्लीमा को आदेश दिए।
तस्लीमा से पता चलने के बाद दूसरों ने इस योजना को क्रियान्वित किया। विश्वजीत घोष ने नाराजगी व्यक्त करते हुए आरोप लगाया कि जिनके नाम मेरे पिता द्वारा दर्ज करवायी गयी शिकायत में नहीं हैं, पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर रही है। जिनके नाम हैं वे लोग सीना तानकर घूम रहे हैं। उसने कहा कि यह सच है कि हमारी सुरक्षा के लिए हमारे घर पर पुलिस तैनात की गई है। लेकिन हम बाहर जाएंगे तो कौन देखेगा?