शेख शाहजहां के खिलाफ दायर मामले के मुख्य गवाह भोलानाथ घोष की गाड़ी के 'दुर्घटनाग्रस्त' होने के मामले में भी तक नैजट थाना में कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं की गयी है। एक दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक ट्रक का ड्राइवर पकड़ा गया है। वहीं परिवार भोलानाथ घोष की हत्या की कोशिश का आरोप लगा रहा है। नैजट थाना की पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मौके पर पहुंची फॉरेंसिक टीम
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की दोपहर को SSKM अस्पताल में भोलानाथ घोष के छोटे बेटे व गाड़ी के ड्राइवर के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। इसकी प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर ही भोलानाथ पुलिस के पास लिखित शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। वहीं नैजट के बयारमरी पेट्रोल पम्प के सामने फॉरेंसिक टीम सुबह ही पहुंच चुकी है।
5 सदस्यीय टीम घटनास्थल से सबूत इकट्ठा कर रही है। बताया जाता है कि दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी व ट्रक की फॉरेंसिक जांच की जा रही है। इसके साथ ही बुधवार को जिस जगह पर दुर्घटना घटी थी, वहां भी जांच अधिकारी पहुंच चुके हैं। बायोलॉजिकल सैम्पल लेने के साथ ही गाड़ी के विवरण को भी नोट किया गया है।
कैसे हुई दुर्घटना?
दुष्कर्म के एक मामले में बसीरहाट अदालत में भोलानाथ घोष को अपने बेटे समेत हाजिर होना था। बासंती हाई वे पर पहुंचने के बाद बयारमरी और कलूपाड़ा के बीच एक पेट्रोल पम्प के पास 16 चक्के के एक ट्रक ने जोरदार टक्कर मारकर भोलानाथ घोष की गाड़ी को मछली की भेड़ी में पलट दिया था।
इस दुर्घटना में भोलानाथ घोष के छोटे बेटे सत्यजीत घोष और ड्राइवर शहनूर आलम (30) की मौत हो गयी। भोलानाथ घोष भी बुरी तरह से घायल हो गए। पहले उन्हें मिनाखान ग्रामीण अस्पताल में भर्ती किया गया और बाद में कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। प्राथमिक जांच के बाद उन्हें छोड़ दिया गया था।
परिवार का आरोप
भोलानाथ घोष के बड़े बेटे विश्वजीत घोष का दावा है कि योजनाबद्ध तरीके से ही उनके पिता की गाड़ी को टक्कर मारी गयी थी। विश्वजीत ने सार्वजनिक रूप से आरोप लगाया कि शेख शाहजहां ने जेल में बैठकर ही यह पूरी साजिश रची है। विश्वजीत ने संदेशखाली -1 पंचायत समिति की सभापति सबिता राय और शाहजहां के करीबी मुस्लिम शेख पर आरोप लगाया है।
हालांकि सबिता राय ने इन आरोपों का खंडन किया है। यह सिर्फ एक दुर्घटना थी या शाहजहां के खिलाफ गवाह को मार डालने की कोई साजिश थी, इस बात को लेकर सवाल उठ रहे हैं। बताया जाता है कि दुर्घटनास्थल पर कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था। ट्रक का परमिट 14 अक्तूबर को खत्म हो गया था और 2 नवंबर को फिटनेस भी। इसके बावजूद यह ट्रक सड़क पर कैसे चल रही थी?
जानकारों का कहना है कि अगर एक पल के लिए यह मान भी लिया जाए कि लोगों की आंख में धुल झोंककर किसी तरह से ट्रक रास्ते पर निकल भी पड़ी थी, तब भी कुछ सवाल और रह जाते हैं। दुर्घटना के बाद पलट चुकी ट्रक से ड्राइवर निकलकर कैसे फरार हुआ? प्राथमिक तौर पर आरोप लगाया गया है कि किसी की मोटरसाइकिल पर सवार होकर वह ड्राइवर भागा है। किसकी बाइक पर ड्राइवर सवार हुआ था?
हालांकि दुर्घटना की बात को भी पूरी तरह से रद्द नहीं किया जा रहा है। इसकी वजह बतायी जा रही है कि भोलानाथ घोष जिस मामले के गवाह हैं, वह साल 2022 में दुष्कर्म से जुड़ा एक मामला है। शेख शाहजहां उसके काफी बाद में ED के हाथों गिरफ्तार हुआ। पुलिस ने पहले ही बता दिया है कि अगर लिखित मामला दर्ज नहीं किया गया तो सुओमोटो मामला दर्ज कर जांच शुरू की जाएगी।